एनटी न्यूज डेस्क/योगेश मिश्र
कानपुर: जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ जीके मिश्रा ने बताया इस वर्ष 6 फरवरी से 16 फरवरी तक जिले में सक्रीय टीवी रोगी खोजी अभियान चला | दस दिनों तक चलाये गए इस अभियान में कुल 127 टीबी मरीज़ों की पहचान हुई |
रोगी खोज अभियान
अगर क्षय रोगियों की जल्द पहचान करके उनका इलाज शुरू कर दिया जाए तो इस बीमारी को काफी हद तक रोका जा सकता है | इसी क्रम मे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर जिला स्तर पर रोगी खोज अभियान चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है |
243 टीमों का गठन
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ जीके मिश्रा ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत 243 टीमों का गठन किया गया था , टीमों ने घर घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति से उसके स्वास्थ्य से सम्बंधित जानकारी ली, अगर किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण प्रतीत हुए तो उसका बलगम लेकर टीबी की जाँच के लिए डाट्स केंद्र पर भेजा जायेगा और जाँचमें कोई व्यक्ति टीबी से ग्रसित मिला तो उसका इलाज शुरु कर दिया जाता है, इसकी दवाई बीच में नहीं छोड़ी जाती है।
मरीजों की पहचान
जिला क्षयरोग अधिकारी ने बताया कि सघन रोगी खोज अभियान में जिले की लगभग 5.16704 लाख जनसँख्या के सापेक्ष लगभग 2.36 लाख जनसंख्या स्क्रीनिंग हुई और जिसमे 3,686 लोगों के बलगम के सैम्पल लेकर जांच की गयी इसमे जिले के कुल 128 टीवी के मरीजों की पहचान हुई और उनका इलाज़ भी शुरू कर दिया गया।
निक्षय पोषण योजना
साथ ही यह भी बताया की निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत हमारे यहाँ 1 अप्रैल से अभी तक लगभग 6,859 टीबी रोगी चिन्हित किये गए हैं जिसमे से 846 प्राइवेट अस्पताल और 6,013 सरकारी अस्पताल के लोगों को इस योजना के तहत 500 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है |कुछ लोगों के बैंक द्वारा उनका आधार नंबर लिंक न होने के कारण उनका भुगतान रोक दिया गया है, वहीँ कुछ लोगों ने अभी तक खाता या आधार नंबर नहीं दिए हैं इसलिए उनका भुगतान नहीं किया जा सका है| शेष लोगों का नाम निक्षय पोर्टल पर अंकित किया जा रहा है इस प्रक्रिया में 10 से 15 दिन लग जाते हैं।