देश में आयोजित राष्ट्रमंडल संसदीय संघ – भारत क्षेत्र के छठे सम्मेलन का शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में शुभारंभ हो गया. इस सम्मेलन में कई देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इस सम्मेलन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने किया. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
पटना स्थित ज्ञान भवन में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में ‘विकास एजेंडा में संसद की भूमिका’ और ‘विधायिका और न्यायपालिका-लोकतंत्र के दो महत्वपूर्ण स्तंभ’ विषयों पर चर्चा होगी. बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक 18 फरवरी को बिहार विधानसभा में आयोजित किए जा रहे समापन सत्र को संबोधित करेंगे. उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बातों पर प्रकाश डाला.
मैंने दिखावा कभी नहीं किया
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं कभी दिखावे के लिए कोई काम नहीं करता. हमने महिलाओं की जागृति पर काम किया है.
उन्होंने कहा कि बिहार में हमने पंचायत चुनाव में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण दिया है, इसके साथ ही हमने उन्हें अर्बन लोकल बॉडी में भी आरक्षण दिया. इस आधार पर तीन बार चुनाव हो चुका है और महिलाओं ने पचास प्रतिशत से ज्यादा जीत हासिल की है.
हम कई बिन्दुओं पर एक साथ काम कर रहे हैं
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे लिए गरीबी, अशिक्षा, लैंगिक समानता, सामाजिक न्याय, मुख्य बिंदु हैं और हम लोग बिहार में इसको ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम सब के लिए सत्ता का विकेंद्रीकरण जरूरी है.
बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बिहार में विकास की पहल की है. अभी कुछ ही इलाके में विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि हर इलाके के लोगों को विकास का लाभ मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जीविका के मॉडल को हूबहू स्वीकार कर लिया. हमारा आठ लाख सेल्फ हेल्प ग्रुप है. इससे महिलाओं में जागृति आ रही है. बिहार के गांव में कम पढ़ी लिखी महिलाएं भी बैंक और बाकी चीजों के बारे में जान रही हैं. उनमें समाजिक तौर पर जागृति आ रही है.
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल हो पास
नीतीश ने मांग की कि लोकसभा में महिला आरक्षण से जुड़े बिल को पारित किया जाये. कहीं भी महिलाएं पीछे नहीं है. नारी सशक्तिकरण की दिशा में बिहार में अनेक पहल हुई है.
उन्होंने कहा कि हमने शराबबंदी महिलाओं के कहने पर लागू की. महिलाएं पहले तंग रहती थी. हमारे बिहार में बहुत शांति का माहौल है. यह सब काम हो रहा है. इस कदम से नारी सशक्तिकरण को बल मिला है.
हमने शराबबंदी पर बनाई मानव श्रृंखला
मुख्यमंत्री ने शराब बंदी पर बोलते हुए कहा कि शराब बंदी को लेकर पिछले साल 21 जनवरी को मानव श्रृंखला बनी फिर हमने दहेज प्रथा और बाल विवाह को समाप्त करने के लिए 14 हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी मानव श्रृंखला बनाई.
उन्होंने कहा कि यहां शुकराना समारोह में लाखों लोग आये. यह बुद्ध की भूमि है, यह महावीर की भूमि है.
पार्लियामेंट की सबसे बड़ी भूमिका है
नीतीश ने कहा कि पार्लियामेंट की सबसे बड़ी भूमिका है. इस सम्मेलन में आए सभी लोगों का बिहार शुक्रगुजार है.
उन्होंने बिहार के विषय पर बोलते हुए कहा कि हमारे राज्य के बारे में तरह-तरह की बातें होती रहती हैं, लेकिन बिहार के पुराने इतिहास पर सबको नाज होता है.हमें उस खोए गौरव को फिर से प्राप्त करना है.
राजनीतिज्ञों पर साधा निशाना
आजकल ज्यादातर लोग काम राजनीतिक स्वार्थ के लिए काम करते हैं. हमलोग वोट की चिंता नहीं करते, हम वोट देने वालों की चिंता करते हैं. हम जनता की चिंता करते हैं.
उन्होंने कहा कि प्रकाश पर्व के बेहतर आयोजन से बिहार की छवि सुधरी है.