एनटी न्यूज़ डेस्क/ बैंकिंग घोटाला
पेन बनाने वाली एक बड़ी कंपनी रोटोमैक ग्लोबल के मालिक विक्रम कोठारी, उनके परिजनों और रोटोमैक ग्लोबल के 14 बैंक खातों को अटैच करने के बाद आयकर विभाग इन खातों से अब अपने बकाया टैक्स वसूली की तैयारी में जुट गया है.
क्या है आयकर अधिकारियों का कहना
आयकर विभाग अधिकारियों के मुताबिक, करीब 108 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली के लिए आयकर विभाग ने नोटिस जारी कि ए हैं.
उनके अनुसार 2014 के छापे (सर्च) के बाद विक्रम कोठारी की फाइल सेंट्रल सर्किल में आ गई थी.
इस समय आयकर विभाग के अधिकारियों के पास सांस लेने की भी फुर्सत नहीं है. यह बात खुद अधिकारी कह रहे हैं.
विक्रम कोठारी, उनके परिजनों और रोटोमैक ग्लोबल पर सीबीआइ और ईडी की छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने भी तुरंत अपने बकाया टैक्स और पिछले छापे की जांच के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
आयकर अधिकारियों के मुताबिक
आयकर अधिकारियों के मुताबिक, 2014 में उन पर सर्च हुई थी जिसके बाद उनके सारे केस सेंट्रल सर्किल को सौंप दिए गए थे. किसी भी सर्च के बाद उसकी फाइलों की जांच कई-कई वर्ष चलती है.
विक्रम कोठारी से संबंधित फाइलें भी अंतिम दौर में थीं. इन्हें तुरंत पूरा किया गया और बकाया टैक्स के लिए नोटिस जारी की गई.
अधिकारियों के मुताबिक, आयकर अधिनियम 1961 के तहत विभाग के पास करदाता के बैंक खातों की जांच और अटैच का अधिकार है, उसी अधिकार का प्रयोग किया गया है.
कोठारी पिता-पुत्र से पूछताछ जारी
रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी से सीबीआइ की पूछताछ जारी है. दोनों से जांच एजेंसी दो दिन पहले भी छापे के दौरान कानपुर में पूछताछ कर चुकी है.
लेकिन सात बैंकों के कुल 3,695 करोड़ रुपये के कुल बकाए पर नए सिरे से पूछताछ के लिए उन्हें दिल्ली मुख्यालय लाया गया है. वैसे सीबीआइ ने साफ कर दिया है कि अभी तक इन दोनों को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने सीबीआइ को कोठारी परिवार के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेने और उन्हें नहीं चुकाने की शिकायत की थी.
इसी शिकायत के आधार पर सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कोठारी के कानपुर स्थित ठिकानों पर छापा मारा था.