एनटी न्यूज डेस्क/कानपुर देहात
होली का त्यौहार आ गया है। इस बीच पकवानों के लिए खरीदे जाने वाले खोये को लेकर आप जरूर सावधानी बरतें, क्योंकि मार्केट में ऐसा सिंथेटिक खोया आ रहा है जो आपके त्यौहार की रौनक को फीका कर सकता है।
दरअसल अवैध खोये की भट्टियां त्यौहार आते ही जलने लगी है और सिंथेटिक खोये का भंडारण कर उसे सप्लाई किया जा रहा है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। मामला कानपुर देहात का है, जहाँ सिंथेटिक खोये के निर्माण की ऐसी ही भट्टियां धंधक रही है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है .
यहाँ पर जल रही अवैध भट्टियाँ
कानपुर देहात के सिकन्दरा तहसील क्षेत्र में मूढादेव, सिकन्दरा, आलमपुर, सन्दलपुर, राजपुर कस्बे सहित आधा सैकड़ा गाँवों में खोये की भट्टियाँ धधक रही हैं . सिकन्दरा के मालवीय नगर सहित कई स्थानों पर मिलावटी खोया बनाकर आगामी त्यौहार पर खपाने की कोशिश की जा रही है लेकिन खाद्यान्न विभाग चुप्पी साधे बैठा हुआ है। जबकि खोये के निर्माण में 6 रिफाइंड और पाउडर का मिश्रण वीडियो में साफ़ दिख रहा है .
होली पर सबसे ज्यादा होती है डिमांड
होली के त्यौहार पर लोगों के सामने सबसे ज्यादा दिक्कत खोया की आती है। खोया की एकाएक डिमांड होने की वजह से इसमें सर्वाधिक मिलावट होने लगती है. प्रशासनिक अधिकारियों के आँख के नीचे सिकन्दरा क्षेत्र में मिलावटी खोया धड़ल्ले से बिक रहा है।
ऐसे बनता है नकली खोया
इस कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो एक किलो मावा पाउडर पानी में डालकर उबाला जाता है। धीरे-धीरे यह टाइट होने लगता है। खुशबू के लिए इसमें इत्र डाल दिया जाता है, जिससे खोया जैसी खुशबू आने लगती है। एक किलो मावा पाउडर में डेढ़ किलो खोया तैयार होता है।
इसके साथ ही खोया में शकरकंदी भी मिलाई जाती है। वही जब भट्टी संचालक से बात की तो वह परमीशन होने की बात पर टाल मटोली करता रहा। वहीं फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि अवैध खोया भट्टी संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी