एनटी न्यूज डेस्क / लखनऊ
कर्जमाफी को लेकर महाराष्ट्र में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ को राष्ट्रीय किसान मंच ने अपना समर्थन दिया है। राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि महाराष्ट्र में किसान सरकार की वादाखिलाफी को लेकर सड़कों पर हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों का वोट लेने के लिए पहले तो पार्टियां खूब बढ़-चढ़कर वादे करती हैं लेकिन बाद में उन वादों को पूरा नहीं किया जाता है। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से बीजेपी सरकार ने ऋणमोचन योजना के नाम पर किसानों को बेवकूफ बनाया गया है। वह निंदनीय है।
शेखर दीक्षित ने कहा कि राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से लागू की गयी ऋणमोचन योजना की खामियों को लेकर किसानों को एकजुट किया जाएगा।
20 हजार किसान हैं आंदोलन में शामिल
बता दें कि महाराष्ट्र में कर्जमाफी को लेकर किये जा रहे आंदोलन में 20 हजार किसान शामिल हुए हैं। शुक्रवार को किसानों का जत्था महाराष्ट्र के ठाणे पहुंचा। ये आंदोलन ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) के बैनर तले किया जा रहा है।
बता दें कि किसानों का एक बड़ा जत्था कर्जमाफी को लेकर काफी दिनों से आंदोलन कर रहा है। हर रोज 30 किलोमीटर पदयात्रा करते इन किसानों की योजना 12 मार्च को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा घेरने की है। 180 किलोमीटर की यात्रा पर निकले इस जत्थे ने 5 मार्च को सेंट्रल नासिक के सीबीएस चौक से चलना शुरू किया है।
मेट्रो के लिए नहीं देंगे जमीन
महाराष्ट्र में आंदोलन कर रहे किसानों ने कर्जमाफी सहित बिजली बिल माफ़ करने के साथ ही स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग की है। एआईकेएस सचिव राजू देसले ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम लोग राज्य सरकार से चाहते हैं कि वह सुपर हाइवे और बुलेट ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट के नाम पर खेती की जमीन जबरन लेना बंद करे.’ उन्होंने कहा कि 25,000 किसान मुंबई तक मार्च करने के लिए निकल चुके हैं।
कर्जमाफी के बाद किसान कर ख़ुदकुशी
राजू देसले का दावा है कि महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार की ओर से 34 हजार करोड़ की कर्ज माफी की घोषणा के बाद से अब तक 1,753 किसान खुदकुशी कर चुके हैं। देसले ने कहा कि केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारें किसान- विरोधी’ नीतियां चला रही हैं। किसानों की यह यात्रा 12 मार्च को समाप्त होगी.