एनटी न्यूज़ डेस्क / लखनऊ / शिवम् बाजपेई
राज्यकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ में इन दिनों तकनीकी शिक्षा के साथ साथ छात्रों के व्यक्तिव विकास के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रारंभ किया गया. जिसकी शुरुआत ग्राम सरायशेख चिनहट से हुई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्रधानाचार्य जानबेग लोनी ने की. वही सरायशेख गाँव के प्रधान दिलीप कुमार विश्वकर्मा ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया.
इस सन्देश के साथ शुरू हुआ पैदल मार्च…
राष्ट्रपिता का महत्मा गाँधी का मानना था कि भारत गाँवों में बसता है. मानव समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर जब तक मुस्कराहट दिखाई नहीं देती है तब तक देश का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता.
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अंधविश्वास, रूढ़िवाद, स्वास्थ्य, साक्षरता प्रसार, दहेज़ प्रथा, बालश्रम अधिकारों की जागरूकता पर्यावरण एवं प्रदुषण, कुटीर उद्योग आदि जैसे गंभीर विषयों को अधिक गतिवान बनाये जाने की आवश्यकता है.
इनके साथ-साथ कृषि के क्षेत्रों में नवीनतम शोध कार्यों और उपलब्धियों के माध्यम से ग्रामीण जनों को आत्मनिर्भर बनाये जाने के सकारात्मक प्रयास किये जा सकते है. इतने बड़े काम किसी क्रांति के संभव नहींहो सकते इसके लिए हम सभी को एक समूह में रहकर एक अभियान के साथ आगे आना होगा.
इसी उद्देश्य को लेकर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का संचालन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्र- छात्राओं को ग्रामीण समस्याओं से सीधे जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा.
सेवा कार्य कठिन साधना…
सेवा कार्य सबसे कठिन साधना है, किन्तु इस मार्ग पर चलकर व्यक्ति समाज में अपना अलग स्थान बनाने में सफल होता है. इस तरह के कार्यक्रम से छात्रों में आपसी सामंजस्य, नेतृत्व क्षमता, राष्ट्रप्रेम, समाज सेवा जैसे सद्गुणों का उदय होता है.
छात्रों में कार्यक्रम को लेकर उत्साह…
राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम के तहत राज्यकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ के विभिन्न पाठ्यक्रम के छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया. ग्रामीण परिवेश से रु-ब-रु होते हुए तकनीकी शिक्षा के इन छात्रों ने जारुकता रैली निकाली. संस्थान के शिक्षकों ने सभी छात्रों का नेतृत्व किया.
राज्यकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ में इस शिविर के आयोजन से छात्रों के हौसले बुलंद