एनटी न्यूज़ डेस्क / हरदोई / आशीष सिंह
योगी सरकार के किसानों की कर्जमाफ़ी के सारे दावे फेल हो रहे है. हर रोज कोई ना कोई किसान मौत के फंदे को गले लगा रहा है. ताजा मामला प्रदेश के हरदोई जनपद का है, जहाँ एक किसान ने कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली.
बैंक बना रहा था दबाव…
मामला हरदोई जिले के थाना टडियावा क्षेत्र के अंतर्गत गुलरी पुरवा का है. जहाँ कर्ज में डूबे एक किसान रामखिलावन पुत्र मथुरा प्रसाद ने मौत को गले लगा लिया. बताया जा रहा है कि कर्ज को लेकर बैंक अधिकारी किसान पर दबाव बना रहे थे, जिसके चलते वह हर रोज किसान के घर जा कर तगादा कर रहे थे.
तीन बेटियां, कैसे करता हाथ पीले…
किसान रामखिलावन के घर की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति काफी दयनीय थी. रामखिलावन के तीन बेटियां है. जहाँ एक ओर किसान के सिर पर कर्ज का भार था वहीं तीन जवान बेटियों के हाथ भी पीले करने की चिंता भी थी. आखिर ये गरीब किसान करता भी तो क्या. इसी असमंजस में उसने मौत को गले लगा लिया.
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सरकार और बैंक के प्रति आक्रोश…
किसान रामखिलावन की मौत के बाद ग्रामीणों में सरकार और बैंक दोनों के प्रति आक्रोश है. आपको बता दें कि आत्महत्या करने वाले किसान ने स्टेशन ब्रांच स्थित इलाहाबाद बैंक से केसीसी लोन लिया था. जो चार लाख तीस हज़ार रुपए था.
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एसडीएम ने दी सांत्वना…
वहीं दूसरी ओर जिले के अपरजिलाधिकारी ने किसान की मौत पर शोक व्यक्त किया और मदद का भरोसा देते हुए बैंक कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही की बात कही.
कर्जमाफी योगी सरकार का छलावा…
वहीं किसान राम खिलावन की मौत पर राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि योगी सराकर की ओर से किसानों की कर्जमाफी का वादा केवल छलावा है.
उन्होंने कहा कि कर्जमाफी से गरीब और छोटे किसानों को किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है. किसानों से किये गये एक भी वादे को सरकार पूरा नहीं कर पायी है. गोरखपुर फूलपुर उपचुनाव में सरकार को इसका परिणाम भुगतना पड़ा है. अगर सरकार का किसानों के प्रति यही रवैया रहा तो आने वाले समय में केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा.