यादें साथ लेकर पाकिस्तान से लंदन लौटीं मलाला

नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पाकिस्तान से यादें साथ लेकर सोमवार को लंदन लौट गईं। करीब पांच साल पहले तालिबान आतंकियों के गोली मारे जाने के बाद वह पहली बार पाकिस्तान दौरे पर 29 मार्च को आई थीं।

नोबेल पुरस्कार, विजेता, मलाला यूसुफजई, पाकिस्तान, लंदन

…और लौट गयी मलाला

नागरिक विमान अधिकारी अकमल कयानी ने बताया कि मलाला और उनके परिजनों को सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद हवाई अड्डा लाया गया। इसके बाद वे लोग लंदन जाने वाली उड़ान में सवार हो गए।

इस्लामाबाद पहुंचने से पहले तक उनके पाक दौरे को गोपनीय रखा गया था। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने मुलाकात की थी।

शनिवार को मलाला ने स्वात जिले में अपने गृह नगर मिंगोरा का दौरा किया था। इस दौरान वह काफी भावुक हो गई थीं। उन्होंने कहा कि वह इतने वर्षो तक पाकिस्तान लौटने का सपना देख रही थीं। वह अपने स्कूल भी गईं।

पढ़ाई पूरी कर पाकिस्तान लौटने की जताई इच्छा

उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि पारिवारिक घर का दौरा कर, मित्रों से मिलकर और इस जमीन पर फिर पांव रखकर उन्हें बहुत खुशी हुई।

उन्होंने कहा कि मेरे लिए स्वात धरती की सबसे खूबसूरत जगह है। इतने वर्षो तक अपनी जमीन से दूर रहने के दौरान उन्होंने कई देशों की सैर की, लेकिन स्वात की याद उन्हें हमेशा आती रही।

उन्होंने कहा, जब तक कोई चीज हमसे दूर नहीं होती है, तब तक हमें उसकी कद्र नहीं होती है। अपने मुल्क से दूर होने के बाद उन्हें स्वात की गलियों, सड़कों हर जगह की याद आई। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहीं मलाला पढ़ाई पूरी करने के बाद पाकिस्तान लौटना चाहती हैं।

तालिबानी आतंकियों से लिया था लोहा

बता दें कि लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने पर दिसंबर 2012 में तालिबान आतंकी ने मलाला के सिर में गोली मार दी थी। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान के एक सैन्य अस्पताल से इलाज के लिए विमान से ब्रिटेन ले जाया गया था। तब से वह वहीं रह रही हैं।

साल 2014 में 17 साल की उम्र में मलाला ने सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार पाया था। उन्हें भारत के सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप से नोबेल से सम्मानित किया गया था। ठीक होने के बाद वह पाकिस्तान नहीं लौट पाईं ओर ब्रिटेन में ही रहकर पढ़ाई करने लगीं।

Advertisements