श्री गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में जारी होने वाले विशेष स्मारक सिक्के को मुंबई टकसाल जारी करेगी. सिक्कों की डिजाइन तैयार हो चुकी है और ये सिक्के बनने लगे हैं. जल्द ही एक विशेष कार्यक्रम में इन्हें जारी किया जा सकता है. ये सिक्के दो तरह के होंगे. इसमें एक सिक्का अनसकरुलेटेड (यूएनसी) और दूसरा प्रूफ कैटेगरी का होगा. सिक्कों की अनुमानित कीमत करीब चार हजार रुपये होगी. यूएनसी कैटेगरी का सिक्का सस्ता और प्रूफ कैटेगरी का सिक्का महंगा होगा.
होगा दुनिया का पहला सिक्का
350 रुपये मूल्य वर्ग का यह दुनिया का पहला सिक्का होगा. यह सिक्का कभी प्रचलन में नहीं आएगा. इसे विशेष स्मारक के तौर पर सहेजा जाएगा.
स्मारक सिक्कों का भारतीय रिजर्व बैंक संबंधी कोई हस्तक्षेप नहीं होगा. मुंबई टकसाल इसे बुकिंग के बाद देगी. यह टकसाल भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड के अधीन है.
बीकानेर के सुधीर ने तैयार की डिजाइन
सिक्कों की डिजाइन बीकानेर (राजस्थान) के सुधीर लुणावत ने तैयार की है. सुधीर स्मारक सिक्कों का संग्रह करते हैं. हालांकि, उनसे फोन पर बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया.
यह है सिक्के की डिजाइन
सिक्के के एक तरफ तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब का चित्र होगा. चित्र के ऊपरी हिस्से के अर्ध गोल में अंग्रेजी में और निचले हिस्से के अर्ध गोल में हिंदी में गुरु गोबिन्द सिंह का 350वां प्रकाशोत्सव लिखा होगा.
दूसरी तरफ अशोक स्तंभ का चिह्न्, उसके नीचे सत्यमेव जयते और उसके रुपये के चिह्न् के साथ 350 लिखा होगा.
पेयजल राज्यमंत्री ने दिया था प्रस्ताव
वर्ष 2016 में केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता राज्य मंत्री और दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलूवालिया ने गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर इस सिक्के को जारी करने का प्रस्ताव दिया था.
तत्कालीन वित्त राज्यमंत्री और बीकानेर के सांसद अजरुनराम मेघवाल ने इस सिक्के को जारी करने की स्वीकृति दी थी.
आरबीआइ नहीं, टकसाल से मिलेगा सिक्का
सिक्का लेने के लिए बुकिंग होगी. मुंबई टकसाल बुकिंग के लिए विज्ञापन निकालेगी. अखबार के छपे विज्ञापन की कटिंग के साथ डिमांड ड्राफ्ट लगाकर आवेदन किया जा सकता है.
साथ ही टकसाल की वेबसाइट पर भी आवेदन किया जा सकता है. बुकिंग दो महीने के लिए खुलेगी. इस अवधि में कोई भी व्यक्ति कितने भी सिक्के बुक करा सकता है.