अगर सरकार ने नहीं मानी हमारी मांग तो ‘हम भी ईंट का जवाब पत्थर से देंगे’ : रजनीश

एनटी न्यूज डेस्क/ गोंडा/ उत्तर प्रदेश 

देश में 2 अप्रैल को हुए दलित संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद में हुई हिंसक घटनाओं के कारण पूरे देश से प्रतिक्रिया आ रही है. कुछ लोग पूरे इस घटनाक्रम को जहां राजनीति से प्रेरित मान रहे हैं. वहीं, कुछ लोग इसका भरसक विरोध इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि इस प्रकार की घटनाएं सर्वसमाज को आहत करती हैं.

इस घटना के कारण सवर्ण युवाओं में भी काफी आक्रोश है. गोंडा के चर्चित छात्र नेता रजनीश मिश्र भी इस घटना का विरोध कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि आर्थिक आधार पर आरक्षण को लागू किया जाए.

इससे न केवल सभी वर्ग के लोगों को फायदा मिलेगा, बल्कि दलितों और अन्य पिछड़ी जातियों में जो अभी तक दबे-कुचले लोग हैं, वह भी मुख्य समाज की धारा में आ सकेंगे.

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क्या कहते हैं रजनीश…?

रजनीश उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं. उन्होंने आज़ाद आर्मी नाम का एक संगठन बना रखा है, जिसके जरिए वह युवाओं की आवाज़ बुलंद करते हैं. इसके साथ में ही इस संगठन के माध्यम से वह समाजसेवा भी करते हैं.

लेकिन रजनीश आरक्षण और दलितों के मुद्दों पर सरकार से आहत हैं. रजनीश आरक्षण के मुद्दे पर चेतावनी भरे लहजे में कहते हैं कि इस प्रकार की आरक्षण व्यवस्था से पिछले 70 सालों में कितना बदलाव आया है, यह कोई अंधा भी किसी सुदूर गाँव या इलाके के दलितों की स्थिति को देखकर बता सकता है,  लेकिन सरकारें इस मुद्दे पर लगातार राजनीति करती आ रही हैं. जिसमें देश के सभी वर्गों का नुकसान हो रहा है.

रजनीश आगे कहते हैं कि हम सरकार तक यह सन्देश पहुँचाना चाहते हैं कि आरक्षण गरीबों को मिलना चहिये, न कि किसी विशेष जाति या धर्म वाले को. आरक्षण का यही मॉडल देश को गर्त में ले जा रहा है.

वह कहते हैं अगर सरकार हमारी आर्थिक आधार के आरक्षण के बात को नहीं मानती है तो हम आने वाले दिनों में सड़क पर उतरेंगे. हम इन उपद्रवियों के उपद्रव (भारत बंद के दौरान हुई हिंसा) का जवाब देंगे. हममें भी वह ताकत है कि हम इनके ईंट का जवाब पत्थर से दे सकते हैं.

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