‘बेपरवाह अभिभावक, सोता प्रशासन’ राजधानी लखनऊ में बच्चों की जान से खिलवाड़

एनटी न्यूज़ डेस्क/ लखनऊ / शिवम् बाजपेई

‘बेपरवाह अभिभावक कहे या सोता हुआ प्रशासन’ तस्वीरें कुछ यही बयां करती है. राजधानी लखनऊ के कान्वेंट स्कूलों की छुट्टी होते ही ऐसे नज़ारे देखने को मिलते है. जिससे यह कथनी सही साबित होती है.

चंद रुपयों का लालच…

चंद रुपयों को बचाने और ज्यादा रूपया कमाने के लालच में बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. एक ई रिक्शा जिसमे महज छः या सात बच्चे बैठाए जा सकते है उसमे एक दर्जन से ज्यादा बच्चों को स्कूल लाया और घर ले जाया जाता है.

आपको बता दें कि ई रिक्शा बैटरी से संचालित होता है. जो बेहद ही हल्का वाहन है. चारो ओर से खुला ई रिक्शा जरा से गड्ढे में पूरी तरह पलट जाता है. ऐसे में बच्चों की जिंदगी खतरे में है.

बेपरवाह अभिभावक…

चंद रुपयों को बचाने के लालच में अभिभावक अपने बच्चों की जान इस तरह जोखिम में डाल रहे है. इन तस्वीरों को देख कर लगता है कि कान्वेंट स्कूलों में अच्छी शिक्षा दिलाने वाले यह अभिभावक महँगी फीस तो अदा कर रहे है लेकिन बच्चों के आने जाने की सुरक्षित सुविधा इनकी जेब में ज्यादा भारी पड़ रही है.

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सोता प्रशासन…

वहीं यूपी परिवहन विभाग की तरफ से सप्ताह के हर बुधवार को सड़क सुरक्षा दिवस मानाने का फरमान जारी हो चुका है. इसमें सुरक्षित यात्रा के लिए हेलमेट, सीट बेल्ट, ट्रिपलिंग और ओवरलोडिंग के लिए टैफिक पुलिस सख्ती के साथ जागरूक करती नजर आती है. लेकिन शायद इस दिशा में पुलिस की नजर नहीं पड़ी. या यूँ कहे की प्रशासन सो रहा है.

इस मामले में कई बार खबरें प्राकशित हो चुकी है. जरुरत है अभिभावकों को जागरूक होने की और प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाने की.

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