एन्टी डेस्क न्यूज़ / लाइफस्टाइल / जूही सिंह
अभी कुछ दिनों से दिल्ली जैसे तमाम शहर आंधी और तूफान के चपेट में आ गया है. ये धूल भरी आंधी और बारिश का कहर लोंगों के जीवन को पूरी तरह बर्बाद कर रहा है. ये तूफान अस्थमा के मरीज़ों के लिए परेशानी ला रहा है. धूल-मिट्टी का सबसे बुरा असर अस्थमा यानि दमा के मरीज़ों को होता है.
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अपनाये ये टिप्स …..
- सबसे पहले आप साफ कपड़े से अपने चेहरे तथा नाक,कान को सही से कवर कर लें, ताकि कहीं से धूल आपके शरीर में ना जा सकें.
- आंधी या तूफान में धूल-मिट्टी से बचाने के लिए सुरक्षित जगह पर जाएं, जहां आप खुद को बचा सकें.
- घर पहुंच कर सबसे पहले नहाने के पानी में डिटोल मिलाकर नहाएं और हल्के गुनगुने पानी से गरारे कर गले को साफ करें.
- आंधी के वक़्त अगर आप घर में मौजूद हों तो घर के खिड़की और दरवाजे को बंद रखें ताखी धूल-मिट्टी अंदर ना आ पाए.
- अगर धूल की वजह से आपके गले और नाक में खुजली या इरिटेशन हो तो 10 से 20 मिनट तक स्टीम लें.
- अस्थमा के मरीज़ों को हमेशा अपनी दवाइयां और इनहेलर साथ में रखना चाहिए, ताकि इमरजेंसी में वह इन्हें खा सकें.