मोदी को याद दिलाने उनका वादा, उड़ीसा से दिल्ली पैदल चल पड़ा ‘विश्वास’

एनटी न्यूज़ / मथुरा / बादल शर्मा

एक ओर जहां चिलचिलाती धूप और गर्मी से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है, लोगों की दिनचर्या बिगड़ गई है वहीं दूसरी ओर उड़ीसा के राउलकेला रहने वाले मुक्ति कांत विश्वास का विश्वास देखते ही बनता है. चिलचिलाती गर्मी में भारी भरकम बैग पीठ पर लादे,  हाथ में तिरंगा लिए उड़ीसा के राउलकेला से पैदल यात्रा करके आते इस युवक की कहानी सुनते ही बनती है.

विश्वास को गजब का विश्वास…

जी हां, ये हैं मुक्ति कान्त विश्वास. इन्होंने बताया कि ये 16 अप्रैल को अपने घर से निकले थे. साल 2015 में अप्रैल पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके गाँव गए थे. माननीय प्रधानमंत्री ने इस्पाक जनरल हॉस्पिटल की दयनीय स्तिथि में सुधार करके उसे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने का वादा किया था. वहां तो डॉक्टर भी नहीं आते. साथ ही ग्रामी नदी पर नया ब्रिज बनाने की बात कही थी. प्रधानमंत्री को अपना किया वादा याद दिलाने के लिए अपने विश्वास पर अडिग यह युवक उड़ीसा से पीएमओ तक पैदल यात्रा पर निकल पड़ा.

इसी कड़ी में आज मथुरा पहुंचे विश्वास से जब हमारी टीम द्वारा पूछा गया कि क्या उनके इस अभियान से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री आपसे मिलेंगे और उनकी बात मानेंगे तो उनका विश्वास देखते ही बना. उन्होंने बड़े विश्वास से कहा कि प्रधानमंत्री उनसे जरूर मिलेंगे और सारी बात भी मानेंगे. अब गांव में अच्छा हॉस्पिटल और नदी पर ब्रिज बनवाएंगे. जैसा कि उन्होंने वायदा किया था.

इस यात्रा के दौरान गर्मी की वजह से मुक्ति कांत विश्वास की आगरा में तबीयत ख़राब हो गयी थी. कुछ स्थानीय लोगों ने उनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया. कुछ दिन इलाज चलने के बाद जब तबीयत ठीक हुई तो वह अपनी आगे की यात्रा पर निकल पड़े.

 

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