एनटी न्यूज़ / जालौन / जितेंद्र सोनी
जिलाधिकारी जालौन डॉ मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में कोंच में संपूर्ण समाधान दिवस चल रहा था जिसमे ग्राम खैरी निवासी दिव्यांग सुखई अपनी ट्राई साइकिल से सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंचा. उसकी फरियाद सुनी नहीं गई जिससे बहुत आ़हत हुआ.
पढ़ें- प्रवेश परीक्षा अर्थहीन, प्रशासन की मर्जी से हिंदी विवि वर्धा में होते हैं प्रवेश
जब किसी ने नहीं सुनी तो रोक लिया डीएम का रास्ता
उसकी फरियाद नहीं सुनी गई जिससे आहत होकर दिव्यांग ने जिलाधिकारी की गाड़ी का रास्ता रोक लिया, ताकि वह अपनी बात जिलाधिकारी तक पहुंचा सके, दिव्यांग चिल्लाता रहा लेकिन उसकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी.
पढ़ें- विवि में हो रही धांधली से क्षुब्ध अनशन कर रहे छात्रों ने आत्मदाह करने की दी चेतावनी
तभी एसडीएम साहब ने पहुंचकर कुछ कर दिया ऐसा…
लेकिन तभी कोंच एसडीएम लल्लन राम मौके पर पहुचे और दिव्यांग को अपमानित करके दिव्यांग की गाड़ी में धक्का देकर भगा दिया और वह अपनी फरियाद जिलाधिकारी तक नहीं पहुंचा सका.
शासन दरकिनार करके कर दी मनमानी
शासन सम्पूर्ण समाधान दिवस फरियादियों की समस्या के लिए आयोजित कराता है लेकिन ऐसे अधिकारियों की गैरजिम्मेदाराना हरकत से जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता. इस दिव्यांग के लिए तो समाधान दूर की बात थी. अधिकारी ने तनिक भी सुना तक नहीं बल्कि उनको अपमानित भी कर दिया. अपमान से दुःखी सुखई ने कहने लगा की मुझे यहीं फांसी दे दें.
पढ़ें- मदरसों में लागू होगा एक ड्रेस कोड
पढ़ें- धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला स्वागत योग्य, लेकिन किसानों को मिले असली लाभ : शेखर दीक्षित