एनटी न्यूज / डेस्क
विधानमंडल नेता अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में रोस्टर प्रणाली लागू होने के विरोध में कांग्रेसियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. लल्लू का कहना है कि सरकार ने इस प्रणाली के माध्यम से पिछड़ों व शोषितों के हक को समाप्त करने का प्रयास किया है.
“ये सरकार समाज विरोधी रही है”…
अजय लल्लू ने कहा कि पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों को विश्वविद्यालयों से बाहर फेंकने के नियत से केंद्र की आरक्षण विरोधी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपने नकारेपन का परिचय देते हुए अपना पक्ष नहीं रखा. नतीजतन विश्वविद्यालयों के नियुक्तियों में सरकार द्वारा 13 पाईंट रोस्टर प्रणाली लागू कर दिया गया. ये सरकार शुरू से ही वंचित समाज विरोधी रही है, इस सरकार का पिछड़ों,शोषितों के दमन का इतिहास रहा है.
….आगे कहा कि
5 मार्च को विश्वविद्यालयों में होने वाले नियुक्तियों में 200 पाईंट रोस्टर प्रणाली को बहाल करने को लेकर सेवरही नगर में मार्च कर सरकार से संसद में अध्यादेश लाने की मांग की गईं व आज़ के भारत बंद में अपना सहयोग दिया गया. अभी लड़ाई की शुरुआत है,केंद्र सरकार ने पिछड़ों,शोषितों को नहीं माना तो संघर्ष आर-पार का होगा.
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इस विधानसभा प्रभारी कांग्रेस पार्टी अनिल पटेल,ब्लॉक अध्यक्ष तमकुही अशोक पटेल, ब्लॉक अध्यक्ष सेवरही व्यास कुशवाहा,नगर अध्य़क्ष अमित वर्मा बंटी,जिला सचिव संजय कुशवाहा,प्रधान शाहनवाज़ आलम,प्रधान लल्लन मद्धेशिया,अमित सिंह,पंकज कुमार,शिवपूजन निषाद,बृजकिशोर साहनी,बनारसी यादव,लल्लन यादव, अनिरुद्ध गुप्ता,शर्मा यादव,अलाउद्दिन अंसारी,रमाकांत गुप्ता,रोज़ीद आलम, वकील गुप्ता,दिनेश कुमार,रवि वर्मा मौजूद रहे.