6 महीने से ये बुजुर्ग था कमरे में बंद, रात में सुनायी देती थी रोने की आवाज

एनटी न्यूज / डेस्क / चंडीगढ़

एक ऐसा बुजुर्ग जिसको अल्जाइमर है. इसी बीमारी के कारण वह घर के अंदर बंद हो गया. अल्जाइमर में आदमी को भूलता बहुत ज्यादा है इसलिए वह कमरे में बंद रहता था. घर के पड़ोसियों को रात में रोने की आवाज सुनाई देती थी. स्टेट लीगल सर्विसेस अथॉरिटी ने बुधवार को मनी माजरा से एक 85 वर्षीय बुजुर्ग एएल कत्याल को रेस्क्यू किया.

यही वो बुजुर्ग हैं जिन्होंने अपना कमरा अंदर से बंद किया हुआ था.

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रात में घर के अंदर से रोने की आवाज आती थी

एएल कत्याल के पड़ोसियों ने शिकायत की थी कि रात में घर के भीतर से रोने की आवाज आती है लेकिन मकान के बाहर दिन भर कोई नहीं दिखाई देता. इसके बाद मौके पर पुलिस की सहायता से दरवाजा खोला गया. वहां पाया गया कि वह बुजुर्ग मकान में रह रहे थे और उन्होंने कमरा अंदर से बंद किया हुआ था. यह भी पता चला है कि बुजुर्ग का एक बेटा अपनी बीवी के साथ मारपीट की थी इसलिए उन्होंने उसे घर से निकाल दिया था.

घर के बाहर एएल कात्याल के नाम से लगी है नेमप्लेट

अल्जाइमर होने से कुछ याद नहीं रहता

बुजुर्ग अल्जाइमर के मरीज हैं. इस कारण उन्हें कोई भी बात ठीक से याद नहीं रहती. उन्हें यह भी याद नहीं कि दिन में क्या खाया है. हालांकि उन्होंने इतना बताया है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह उनसे 1 साल सीनियर थे. उन्होंने भारत सरकार के साथ भी काम किया है.

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एक बेटा रहता है अमेरिका में…

मौके से इतना जरूर पता चला है कि उनका एक बेटा अमेरिका में रहता है. वह तीन साल पहले मां की मौत पर भारत आया था. उसके बाद उसने बुजुर्ग की कोई खबर नहीं ली है. अल्जाइमर की समस्या के कारण उन्हें कुछ भी याद नहीं रहता है. दूसरी ओर उन्हें बचाने वाले सालसा के लीगल एडवाइजर राजेश्वर सिंह ने बताया कि बुजुर्ग की बहू के अनुसार उनके पास करीब 40 हजार रुपए हर वक्त रहते हैं लेकिन वह उन पैसों पर रखकर भूल चुके हैं.

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