एनटी न्यूज़डेस्क/लखनऊ
कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन पार्ट-1 की मियाद 14 अप्रैल को खत्म होने वाली थी, मगर आज यानी लॉकडाउन के 21वें दिन पीएम मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया। इस तरह से देश में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 19 दिनों का लॉकडाउन और बढ़ गया है। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद अब 3 मई तक न तो देश में ट्रेनें चलेंगी और न ही घरेलू या अंतरराष्ट्रीय प्लेन। इससे पहले पीएम मोदी ने 24 अप्रैल को 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था, जिसके बाद रेल और हवाई परिचलान को रद्द कर दिया गया था। मगगर आज पीएम मोदी ने फिर अगले 19 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया।
यात्रियों को हो सकती है दुबिधा
दरअसल, ऐसी संभावना थी कि 14 अप्रैल के बाद सरकार कुछ ट्रेनों को चला सकती है, मग देश में कोरोना की रफ्तार में अभी कमी देखने को नहीं मिली है, जिसकी वजह से न सिर्फ लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया गया है, बल्कि 3 मई तक रेल और विमान परिचालन को भी रद्द कर दिया गया है। इससे पहले रेलवे मंत्रालय ने देशभर के सभी संरक्षा रेल कर्मियों को कर्फ्यू पास वितरित कर दिए थे। रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि दो दिन से संरक्षा से जुड़े रेल कर्मचारियों को कर्फ्यू पास दिए जा रहे थे। इसमें संरक्षा और रनिंग स्टाफ के पास विभाग का पहचान पत्र होने के साथ रेलवे के क्लास वन अधिकारी का पत्र होता, ताकि ड्यूटी के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचने में उनको पुलिस से मंजूरी मिल सके।
तेजस और महाकाल 3 तक निरस्त
रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) की लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस और वाराणसी से उज्जैन के बीच चलने वाली महाकाल एक्सप्रेस तीन मई तक निरस्त रहेंगी। अभी तक यह ट्रेनें 30 अप्रैल तक निरस्त थीं। आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अश्वनी श्रीवास्तव ने बताया कि अग्रिम बुकिंग पर फैसला दो-चार दिन के बाद लिया जाएगा। टिकट बुक करा चुके लोगों का पैसा वापस किया जा रहा है।
3 मई तक बढ़ा लॉकडाउन
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। मंगलवार को घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संक्रमण पर रोक लगाने में लॉकडाउन के प्रभावी नतीजे मिले हैं। प्रधानमंत्री ने करीब 25 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि दूसरे चरण में लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जायेगा और बुधवार को इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह नये क्षेत्रों में न फैले।