आनलाइन कवि सम्मेलन में साहित्य प्रेमियों की कविताओं से मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

एनटी न्यूज़डेस्क/लखनऊ

भदोही: बहुत ही शानदार रहा शनिवार की शाम होने वाला द्वितीय आनलाइन कवि सम्मेलन धर्म सम्राट करपात्री स्वामी महाराज के वंशज भटनी निवासी युवा श्रृंगार कवि सौरभ ओझा के संयोजन मे जिसमे की आनलाइन कालिंग के माध्यम से 100 से अधिक साहित्य प्रेमी श्रोताओं ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ओज के सुप्रसिद्ध कवि अंजनी अमोघ ने किया और कार्यक्रम के बातौर आनलाइन मुख्य अतिथि बलिया जिले के समाजसेवी ज्ञान प्रताप भारती ने कार्यक्रम की सरहना की और सदैव समाज से जुड़े कार्य करने की तनमयता दिखाते हुए समाज के साथ सदैव खडे रहने का संकल्प लिया और प्रोत्साहित किया।

मेरा दर्द सुनो मैं बोल रहा भारत का भाग्यनिर्माता हूँ

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए वरिष्ठ कवि महादेव मिश्र ‘बमबम’ ने पढा “नाम रोशन करें अपने घर गाँव का,देश की शान दस दिशि बढ़ाते रहें” प्रसिद्ध हास्यकवि संदीप सरारती ने पढा “किसी की कुंडली में राहु केतु शनि बैठे हमारे कुण्डली मे बैठे है प्रधान जी” संयोजक सौरभ ओझा ने पढा ” तुम हमे हम तुम्हें याद आते रहेंगे,गीत मे गढ हम तुम्हे गुनगुनाते रहेगें और मै मजबूत नहीं मजदूर हू” ओजकवि अंजनी अमोघ ने मजदूरों पर पढा “मेरा दर्द सुनो मैं बोल रहा भारत का भाग्यनिर्माता हूँ,खुले आसमान के नीचे का पूरा इतिहास बतलाता हूँ” बिहार से जुड़े मनीष मोहक ने पढा “न मुझको कभी ग़म अता कीजिएगा,क़सम है ख़ुदा की वफ़ा कीजिएगा” कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ कवि व पत्रकार अनूप त्रिपाठी ने पढा “राम समझ रहमान समझ ले धर्म समझ ईमान समझ ले,मंदिर कैसा मस्जिद कैसी ईश्वर का सब स्थान समझ ले” संरक्षक सुरेंद्र तिवारी सागर रहे, कार्यक्रम को राजकीय पालीटेक्निक लखनऊ के छात्रों द्वारा बहुत समर्थन मिला। विशेष आभार प्रधान अशोक सिंह ने व्यक्त किया समापन उदबोधन शशांक शुक्ला ने दिया, कार्यक्रम का अनूप प्रतापगढी ,आशुतोष आशू, प्रेम मिश्रा(पत्रकार), बीरू मिश्रा, अनूप सिंह, निश्चितकुमार , विवेक , गौरव , राहुल, सत्यम आदि ने भरपूर आनंद लिया।

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