एनटी न्यूज/ देश
गलवान घाटी में चीन के साथ भारतीय जवानों की हुई झड़प के बाद भारत सरकार लगातार चीन को आर्थिक मोर्चे पर चोट पंहुचा रही है। 59 चायनीज एप्प्स बैन करने बाद अब भारत ने एक बड़ा फैसला लिया है। बिजली मंत्री आर के सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि, भारत अब चीन और पाकिस्तान से बिजली उपकरण आयात नहीं करेगा।
इसके साथ आर के सिंह ने कहा कि, वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाना जरूरी है क्योंकि ऐसा नहीं होने पर क्षेत्र व्यावहारिक नहीं होगा। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए आयोजित इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”प्रायर रेफरेंस कंट्री (पूर्व संदर्भित देशों) से उपकरणों की आयात की अनुमति नहीं होगी। इसके तहत हम देशों की सूची तैयार कर रहे हैं लेकिन इसमें मुख्य रूप से चीन और पाकिस्तान शामिल हैं।”
Recently, I held a meeting with developers,industries&said that a country which transgresses into our territory&kills our soldiers, yet we create jobs in that country¬ in our country. So, we've decided to put China&Pakistan in list of prior reference countries: Union Power Min https://t.co/VSnAMNNMWN
— ANI (@ANI) July 3, 2020
‘प्रायर रेफरेंस कंट्री की श्रेणी में उन्हें रखा जाता है जिनसे भारत को खतरा है या खतरे की आशंका है। मुख्य रूप से इसमें वे देश हैं जिनकी सीमाएं भारतीय सीमा से लगती हैं। इसमें मुख्य रूप से पाकिस्तान और चीन हैं। उन्होंने राज्यों से भी इस दिशा में कदम उठाने को कहा।
सिंह ने यह बात ऐसे समय कही जब हाल में लद्दाख में सीमा विवाद के बीच भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। उन्होंने कहा, ”काफी कुछ हमारे देश में बनता है लेकिन उसके बावजूद हम भारी मात्रा में बिजली उपकरणों का आयात कर रहे हैं। यह अब नहीं चलेगा। देश में 2018-19 में 71,000 करोड़ रुपये का बिजली उपकरणों का आयात हुआ जिसमें चीन की हिस्सेदारी 21,000 करोड़ रुपए है।”
मंत्री ने यह भी कहा, ”दूसरे देशों से भी उपकरण आयात होंगे, उनका देश की प्रयोगशालाओं में गहन परीक्षण होगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं उसमें ‘मालवेयर और ‘ट्रोजन होर्स का उपयोग तो नहीं हुआ है। उसी के बाद उसके उपयोग की अनुमति होगी।”
59 चीनी एप्स हुए बैन
इससे पहले सोमवार शाम भारत सरकार ने 59 चीनी एप्स को बैन करने की घोषणा की थी। भारत सरकार ने इन सभी ऐप्स को भारत की एकता, रक्षा और राज्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बैन करने का ऑर्डर जारी किया था। बैन हुए ऐप्स में TikTok शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप के अलावा DU Recorder, Likee, Helo, Vigo Video सहित कई चाइनीज लोकप्रिय ऐप्स शामिल हैं।
यह भी पढ़ें:
अच्छी खबर: 15 अगस्त को मिलेगी कोरोना से आज़ादी !
Kanpur Firing Update: पुलिस ने अपराधी विकास दुबे के मामा और भाई को किया ढेर
Patanjli Coronil: बाबा रामदेव की दवा ‘करोनिल’ पर प्रतिबंध नहीं, देशभर में होगी उपलब्ध
देश-दुनिया की लेटेस्ट ख़बरों से जुड़ें रहने के लिए हमें Facebook,WhatsApp, Twitter और YouTube पर फॉलो करें।