न्यूज़ टैंक्स | उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हर सप्ताहांत में 55 घंटों के लिए लॉकडाउन लागू किया जाएगा। कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है। केंद्र और राज्य सरकार के सारे मुख्यालय और विधानसभा बंद रहते हैं। स्कूल-कॉलेज भी बंद रहते हैं लेकिन फिर भी सड़कों पर बड़ी तादाद में लोग फालतू घूम रहे होते हैं। इनको रोकने के लिए यह आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों के बेवजह बाहर घूमने से भी कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिली है।
कोरोना वायरस के बढ़ते को प्रकोप को देखते हुए सरकार ने शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगाया था। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भी यह लॉकडाउन प्रभावी तरीके से सुनिश्चित किया गया। रविवार को नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने बड़े स्तर पर अभियान चलाया। इस दौरान लॉकडाउन व धारा 144 का उल्लंघन करने पर 24 एफआईआर दर्ज की गईं, जबकि कुल 64 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अलग-अलग थानाक्षेत्रों में हुए चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने करीब 4500 वाहनों की जांच की। इस दौरान नियमों के उल्लंघन करने पर 1904 वाहनों के चालान काटे हैं, जबकि 22 वाहनों को सीज किया गया। पुलिस ने शमन शुल्क के रूप में 1 लाख 70 हजार रुपए वसूल किए हैं।
सोमवार सुबह 5 बजे समाप्त हुआ 55 घंटों का लॉकडाउन
बता दें, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में शुक्रवार रात 10 बजे से 55 घंटों का लॉकडाउन लगाया गया था। राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भी 55 घंटे लॉकडाउन रहा, जो सोमवार सुबह 5 बजे समाप्त हो गया। एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया, रविवार को शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा, जो लोग नियमों का उल्लंघन करते हुए मिले उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर भी स्थिति सामान्य रही है। बता दें, यूपी सरकार ने कोरोना के मद्देनजर हर शनिवार और रविवार संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है। इस दौरान आवागमन के साथ-साथ सभी बाजार, दुकानें और मॉल्स भी बंद रहेंगी। जरूरी सामानों की आपूर्ति पहले की तरह जारी रहेगी।