अमेरिकी दूतावास के साझा प्रयास से सूबे में महिला कारीगरों के लिए डिजिटल सशक्तिकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन

न्यूज़ टैंक्स | लखनऊ

लखनऊ. अमेरिकी दूतावास के उत्तर भारत कार्यालय के सहयोग से स्वनीति इनिसीएटिव ने ग़ैर सरकारी संस्थानों एवं सामाजिक संस्थानों के प्रतिनिधियों और सामाजिक उद्यमियों के लिए दो दिवसीय डिजिटल प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया।

ये ऐसे संस्थान हैं जो उत्तर प्रदेश में महिला कारीगरों के साथ काम कर रहे हैं। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उत्तर भारत में महिला कारीगरों के साथ-साथ समाज को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना था , जिससे उनके व्यवसायों को विकसित करने के लिए आवश्यक डिजिटल साधनों और रणनीतियों पर शिक्षित किया जा सके।

कार्यशालाओं ने एक “ट्रेन-द-ट्रेनर” शिक्षण पद्धति का पालन करते हुए प्रतिभागियों को राज्य के दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ उनके समुदायों के भीतर महिलाओं के कारीगरों के साथ अपने नए कौशल को साझा करने में सक्षम बनाने क लिए प्रेरित किया गया.
यह कार्यशाला व्यावसायिक रूप से उपलब्ध प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए कारीगरों की क्षमता वर्धन में मदद करेगा जो उन्हें अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने की संभावना से जोड़कर उनके उद्यमों के लिए व्यापक बाजार पहुंच और तेज विकास सुनिश्चित करेगी।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के लिए एक परिचय, डिजिटल मार्केटिंग का महत्व, डिजिटल प्लेटफार्मों के लिए पैकेजिंग और ब्रांडिंग, और अन्य सम्बंधित विषय शामिल थे।

अमेरिकी दूतावास के उत्तर भारत कार्यालय के निदेशक माइकल रोजेंथल ने कार्यशाला का डिजिटल उद्घाटन किया।

कार्यशाला के बाद भी, इस कार्यक्रम के तहत स्वनीति इनिसीएटिव एवं अमेरिकी दूतावास राज्य में एक सकारात्मक प्रभाव के लिए डिजिटल उपकरणों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों के कुशल कार्यान्वयन और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करना सम्मिलित रूप से जारी रखेंगे।
स्वनीति इनिसीएटिव एवं अमेरिकी दूतावास के सम्मिलित प्रयास से ऐसी कार्यशालाएं लखनऊ सहित जयपुर में २९-३० जनवरी, और लुधियाना में 11-12 फ़ेब्रूएरी, 2020 को आयोजित की जा चुकी हैं।

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