न्यूज़ टैंक्स | मथुरा
By-Badal Sharma
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही 108 एंबुलेंस कर्मी अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे हैं जहां उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई पीपीई किट की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए किट को बदलने की बात कही है।
कोविड-19 के मध्य नजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कर्मी एवं एंबुलेंस चालकों को सुरक्षा के लिहाज से पीपीई किट दी गई है लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई पीपीई किट स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मुसीबत का कारण बन रही है और उस किट के पहनने से स्वास्थ्य कर्मी आए दिन बेहोश होकर बीमार हो रहे हैं।
एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो किट पहनने के लिए दी गई है उसकी गुणवत्ता बहुत ज्यादा मोटी है जिसे कोई भी व्यक्ति 5 मिनट नहीं पहन सकता है लेकिन कोविड-19 के चलते यह किट दिनभर पहनकर मरीजों को ले जाना पड़ रहा है।
कई बार एंबुलेंस कर्मी इसकी वजह से बेहोश भी हो चुके हैं अगर वाहन चलाते समय बेहोश हो गया तो गंभीर घटना घट सकती है यानी के एंबुलेंस में बैठा कर जिन मरीजो को जान बचाने की खातिर ले जाया जा रहा है इसके कारण दुर्घटना भी हो सकती है जिसकी वजह से लोगों की जान भी जा सकती है।
एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई किट को या तो बदल दिया जाए या फिर एंबुलेंस कर्मी बिना किट के कार्य करने के मजबूर होंगे और अगर स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन्हीं किट के साथ काम कराने की जबरदस्ती की गई तो सभी एंबुलेंस कर्मियों हड़ताल पर जाने को मजबूर होना पडेगा।