न्यूज़ टैंक्स | श्रावस्ती
रिपोर्टर- अभिषेक सोनी
राप्ती नदी में बाढ़ का खतरा कम हुआ तो कटान में तेजी आ गई है। जनपद के इकौना का भुतहा गांव कटान की चपेट में है। गांव में बना प्राथमिक स्कूल मुश्किल से 20 मीटर की दूरी पर रह गया है। ग्रामीणों ने कटान से पहले सामान सुरक्षित रखने की जगह दिलाने की मांग कर रहे है।
यूपी के श्रावस्ती जनपद में तीन तहसील है जमुनहा, इकौना, और भिनगा ये तीनो तहसील बाढ़ प्रभावित तहसीलें है जँहा हर साल कई गाँव और हज़ारों बीघा जमीन राप्ती में समाहित हो जाती है वंही विकास क्षेत्र इकौना के कई गांव राप्ती की कटान की जद में हैं।
ग्राम पंचायत मलौना खसियारी का गांव भुतहा भी कटान की जद में है। पिछले साल कटान करते हुए राप्ती नदी गांव के करीब पहुंच गई थी। वहीं इस बार कटान करते हुए गांव के घरों को अपने आगोश में लेने लगी है। अब तक सर्वजीत यादव, भगौती प्रसाद यादव, बुद्धिसागर, स्वामी दयाल, सिद्धनाथ आदि के घर के कटान की जद में आ गए हैं।
सर्वजीत यादव की एक दीवार नदी की धारा में समा गई है। इसी तरह से रमेश मिश्र, नवीन यादव, शिव प्रसाद, सालिकराम, राम सहित एक दर्जन से अधिक घरों की ओर राप्ती तेजी से कटान करते हुए बढ़ रही है।लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नही है।