जेई/ एईएस की रोकथाम को लेकर संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान को लेकर आयोजित हुईं गतिविधियां

न्यूज़ टैंक्स | महराजगंज

रिपोर्टर- शिव श्रीवास्तव

2529 प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ताओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए घर-घर दिया दस्तक

बीते पहली जुलाई से 31 जुलाई तक चले संचारी रोग नियंत्रण माह तथा 16 से 31 जुलाई तक चले दस्तक अभियान में जहां 3.85 लाख घरों पर दस्तक दिया गया, वहीं ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की 909 बैठकें भी जनपद में आयोजित की गयीं।

यह जानकारी देते वीबीडी( वेक्टर बार्न डिजीज प्रोग्राम) के नोडल अधिकारी डॉ.विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त अभियान के तहत 2529 प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ताओं ने शारीरिक दूरी तथा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर-घर जाकर दस्तक दिया।

इस दौरान लोगों को कम से कम दो गज की दूरी बनाए रखने, घर पर ही रहने, साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ विषम परिस्थितियों में घर से निकलते समय मॉस्क जरूर लगाने की सलाह दी गयी।

जेई/ एईएस से बचाव के लिए ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की 909 बैठकें आयोजित की गयीं। हर बैठक में गांव में कहीं जल भराव न होने देने, मच्छरों से बचाव के लिए फागिंग व एंटालार्वा का छिड़काव कराने पर बल दिया गया।

सभी को उथले हैंडपंप का पानी न पीने, स्वच्छ पेयजल का सेवन करने, गंदगी से दूर रहनें, शौचालय का प्रयोग करने, खुले में शौच न करने की सलाह दी गयी।
जेई/ एईएस से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करने, पूरी बांह की कमीज पहनने, बुखार आने पर तत्काल नजदीक के सरकारी अस्पताल पर जाकर चिकित्सक के इलाज व सलाह लेने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया।

अभियान के तहत 923 ग्राम पंचायतों में साफ सफाई एवं फागिंग/ एंटीलार्वा छिड़काव कराया गया। कुल 1024 ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर भी जेई/ एईएस से बचाव को लेकर लोगों को जानकारी दी गयी।

अभियान के इसी क्रम में 4024 मातृ बैठकें हुई तथा 6193 स्थानों पर क्लोरिनेशन कराया गया। नगरीय क्षेत्र की विभिन्न वार्डों की करीब 375 नालियों की सफाई करायी गयी।

दिमागी बुखार के लक्षण

  • पीड़ित को अचानक तेज बुखार आना।
  • पीड़ित का तेज सिर दर्द होना।
  • शरीर कांपना और लाल चकत्ते हो जाना।
  •  हाथ पैर में अकड़न हो जाना।
  •  उल्टी और बेहोशी होना।
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