न्यूज़ टैंक्स | लखनऊ
दुनियाभर में शार्ट वीडियो मेकिंग और शेयरिंग के लिए जानी जाने वाली ऐप टिकटॉक (TikTok) की मुश्किलें भारत में बैन होने के बाद से ही लगातार बढ़ती गई थी भारत के बाद इसे अमेरिका ने भी बैन करने की बात सामने आई थी। वहीं, अब टिकटॉक (TikTok) कंपनी के CEO ‘केविन मेयर’ के अपने पद से इस्तीफा देने को लेकर चर्चा में है। उन्होंने इस बारे में जानकारी स्वयं दी है।
दबाव में लेना पड़ा ये कदम
दरअसल, टिकटॉक कंपनी के CEO केविन मेयर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है ,खबरों की माने तो, उन्होंने यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से बढ़ते दबाव के चलते लिया है। बताते चलें, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप टिकटॉक के अमेरिका स्थित बिजनेस को लगातार किसी अमेरिकी कंपनी से बेचने को लेकर दबाव बना रही हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कंपनी को बेचने के लिए एक डेडलाइन भी निर्धारित कर दी थी। खबरों की माने तो, इन्हीं सब कारणों के चलते केविन मेयर ने अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही हैं।
अमेरिका ने दी 90 दिन के समय
अमेरिका में भी टिकटॉक ऐप और टिकटॉक की पेरेंट कंपनी Byte Dance को सुरक्षा कारणों के चलते बैन किया गया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक कंपनी के सामने खुदके बिजनस को अमेरिका की किसी कंपनी को बेचने के प्रस्ताव की पेशकश की थी। साथ ही कंपनी को यह प्रोसेस पूरी करने के लिए 90 दिनों का समय दिया था। बताते चलें, अब केविन मेयर ने अपने इस्तीफे देने की बात खुद ही कंपनी के कर्मचारियों को एक पत्र लिख कर बताई। उन्होंने इस पत्र के द्वारा ही टिकटॉक पर बनाए जा रहे अमेरिका के तरफ से राजनीतिक दबाव के बारे में भी बताया है।
टिकटॉक CEO का पत्र
बता दे, केविन मेयर ने इसी साल 2020 मई में ही कंपनी में CEO का पद संभाला था। उन्होंने 100 दिन में ही यह पद छोड़ने का फैसला भी कर लिया है। इससे पहले वह डिज्नी स्ट्रीमिंग के हेड के पद पर काम कर रहे थे। टिकटॉक कंपनी के CEO केविन मेयर ने अपने पद से इस्तीफा देते समय अपने कर्मचारियों को पत्र लिख कर कहा है कि,
केविन मेयर,टिकटॉक CEO”मुझे जिस काम के लिए कंपनी ने रखा था, मैंने वो काम किया। लेकिन वर्तमान हालात बहुत भारी हो चुके है। मैंने कंपनी में जरूरतों के हिसाब से कई ऐसे महत्वपूर्ण बदलाव किए जिसकी जरूरत कॉर्पोरेट संरचनात्मक के लिए थी। उम्मीद है कि, कंपनी इससे उबर जाएगी। लेकिन मैंने भारी मन से अब कंपनी को छोड़ने का फैसला किया है।”