प्रयागराज: चारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जनपद में इस पूरे अक्टूबर माह स्वास्थ्य विभाग की तरफ से विशेष अभियान चलाया जा रहा है I इसके अन्तर्गत संचारी रोगों व दिमागी बुखार पर नियंत्रण के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रम पर बल दिया जा रहा है I जन-जागरूकता के लिए एक से 15 अक्टूबर तक चलाये गए दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम व आशा कार्यकर्ता ने घर-घर जा कर 530124 लोगों को संचारी रोगों व संक्रामक बीमारियों के बचाव के बारे में जानकारी दी और बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने हेतु प्रेरित किया I
बुखार के 1532, खाँसी के 403 और सांस के 148 पीड़ित
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान में कई विभाग मिल कर कार्य कर रहे हैं I इसमें दस्तक अभियान के अन्तर्गत 1 से 15 अक्टूबर तक कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम व आशा कार्यकर्ताओं ने 530124 घरों का भ्रमण किया I लोगों को संचारी रोगों से बचाव और रोकथाम पर जानकारी देते हुए घर के आसपास साफ-सफाई रखने, जलभराव को रोकने और मच्छर पनपने की अनुकूल स्थितियों के बारे में बताते हुए बीमारी की रोकथाम के साथ ही कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए सामाजिक दूरी का पालन, साबुन और पानी से हाथ धुलना और मास्क के इस्तेमाल पर भी जागरूक और प्रेरित किया I दस्तक अभियान के अंतर्गत आशा कार्यकर्ताओं ने बुखार के 1532, खाँसी के 403 और सांस के 148 पीड़ितों को चिन्हित किया I
यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलाया जायेगा
इसके साथ ही कोरोना के 988 संभावितों की जाँच भी की गई I उन्होंने बताया कि 15 दिनों में 660 मातृ बैठकें की गई जिसमें 5854 महिलाओं ने भाग लिया और ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वी.एच.एन.डी.) के 1391 सत्र संचालित हुए जहाँ सभी को संचारी रोगों और कोरोना के प्रति जागरूक किया गया I स्वास्थ्य विभाग की टीम और आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से 1585 क्लोरीनेशन डेमो किये गए और 13123 प्रतिभागियों को इसकी जानकारी दी गई I डॉ. कौशल ने बताया कि वी.एच.एन.डी. के माध्यम से संचारी रोग और दिमागी बुखार से रोकथाम हेतु ‘क्या करें क्या न करें ‘ का सघन प्रचार-प्रसार, पशुपालन विभाग द्वारा सूकर पालन और पशु पालन स्थलों पर विशेष रूप से कीटनाशक छिड़काव व साफ-सफाई पर जागरूक किया जा रहा है । यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलाया जायेगा I