बिहार चुनाव: इनके कुशल रणनीति से मिली भाजपा को प्रचंड जीत

न्यूज़ टैंक्स / डेस्क

बिहार में भारतीय जनता पार्टी को जनता ने अपार समर्थन दिया। जिसका परिणाम यह रहा एनडीए में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। बिहार चुनाव में लंबे समय बाद ऐसा हुआ है कि किसी राष्ट्रीय पार्टी को इतनी सीटें मिली हो। जातीय और स्थानीय क्षत्रपों की बिहार में वर्चस्व है, ऐसे लोगों का एक मजबूत किला है जिसको भेदना आसान नहीं था। लेकिन बिहार में भी इसके पहले भी बहुत उदाहरण रहे हैं जहां एक साधारण व्यक्ति मांझी चट्टान की छाती से पानी निकाल देता है, तमाम बाधाओं को पार करके वह एक रास्ता बनाता है जो जनकल्याण का सेतु बनता है। लेकिन उसके लिए दृण इच्छाशक्ति और कुशल रणनीति की जरूरत है। जो की 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में दिखा। भाजपा की इस अपार सफलता के जो शिल्पी थे वह कोई और माननीय प्रधानमंत्री जी के विश्वास पात्र और हम सबके मार्गदर्शक, बिहार भाजपा के संगठन मंत्री श्री नागेंद्र जी हैं। जी हां नागेंद्र जी, जो हमेशा संगठन के विकास के लिए लगे रहते हैं।

नागेंद्र जी बिहार चुनाव के असली चाणक्य हैं, बूथ तक कैसे हमारा वोटर पहुचे, जातीय गोलबंदी से बाहर निकलकर कैसे वह विकास के प्रतीक भाजपा के रथ के साथ चले एक बड़ी चिंता थी। खासकर तब जब लाखों युवा मतदाता पहली बार वोट करने को जा रहे थे,

जिन्होंने बिहार को बीमारू राज्य बनाने वाले, दिनदहाड़े कत्लेआम करने वाले, जंगलराज को प्रकाशित करने वाले लालटेन के आका लालू के राज को नहीं देखे थे। जिनके वारिस लाखों नौकरी का सपना दिखा रहे थे। ऐसे वोटरों को इनके भ्रमजाल से बचाना था। क्योकि यही युवा हैं जो कल के भविष्य हैं और राष्ट्र निर्माता हैं।

जंगलराज से आजिज आकर जनता ने ऐसी फूंक मारी की लालटेन दशकों से नहीं जला। आदरणीय नागेंद्र जी के सामने बहुत चुनौतियां थीं, लेकिन उन्हें चुनौतियों से जूझना आता है, संघ के इस सच्चे सिपाही ने जमीन पर ऐसा खाका तैयार किया जिसका अंदाजा बड़े-बड़े राजनीतिक पंडित नहीं लगा सके।

एक्ज़िट पोल देखकर हम लोग थोड़ा निराश जरूर हुए , लेकिन नागेंद्र जी की रणनीति और उनके कुशल नेतृत्व पर पूरा भरोसा था। जोकि सच साबित हुआ। नागेंद्र जी के कुशल रणनीति से आज फिर एनडीए की सरकार बन रही है। हम सबके भरोसा और विश्वास हैं नागेंद्र जी।

रामबाबू द्विवेदी
(लेखक- भाजपा किसान मोर्चा उत्तरप्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं, यह उनके निजी विचार हैं)