खालसा न्यूज डेस्क/प्रयागराज
प्रयागराज – कोरोना वैक्सीन के जल्द आने की संभावना से सभी तरफ एक उम्मीद जागी है। माना जा रहा है कि जनवरी तक कोरोना वैक्सीन आ जाएगी। हर स्तर पर इसकी तैयारियां भी तेजी से चल रही हैं। जिला स्तर पर अगले दो दिनों में टीकाकरण के लिए सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधिकारियों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए प्रशिक्षित कर लिया जायेगा।
प्रशिक्षण दो दिन पहले ही पूर्ण
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व ए.सी.एम.ओ. डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जिला स्तर पर सभी सी.एच.सी. और पी.एच.सी. के प्रभारी व चिकित्सा अधिकारियों का प्रशिक्षण मंगलवार तक पूरा कर लिया जायेगा। इसके बाद प्रशिक्षित अधिकारी अपने स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। पहले चरण में कोरोना वैक्सीन स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जाएगी। ए.एन.एम. भी टीकाकरण करने के लिए प्रशिक्षित होती हैं। इसलिए पूरी कोशिश है कि 25 दिसम्बर से पहले ए.एन.एम. स्तर तक वैक्सीनेशन प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाये। राज्य स्तर पर जिले के सभी अधिकारियों का प्रशिक्षण दो दिन पहले ही पूर्ण हो चुका है।
वैक्सीनेशन किया जायेगा
वैक्सीनेशन के लिए पहले ही सभी सरकारी व गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों से उनके कर्मचारियों की जानकारी जुटाई जा रही थी। सभी सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी मिल चुकी है, साथ ही 1235 में लगभग 800 गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं के स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी प्राप्त हो चुकी है। प्रथम चरण में लगभग 18 हजार सरकारी व 7 हजार गैर सरकारी कुल 25000 स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन किया जायेगा।
वैक्सीनेशन सेंटर का चिन्हीकरण
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए तीन कमरों के सेंटर बनाये जा रहे हैं जिससे आगे के चरणों में टीकाकरण सही ढंग से किया जा सके। इसके लिए सरकारी के साथ ही गैर सरकारी संस्थानों को भी चिन्हित किया जा रहा है जहाँ आवश्यकता और मानको के अनुसार वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जा सके। इसमें पहला कमरा प्रतीक्षालय होगा जहाँ वैक्सीनेशन के लिए लोग अपनी बारी के अनुसार आएंगे। दूसरे कमरे में टीकाकरण होगा। इसके बाद व्यक्ति को तीसरे कमरे में आधे घंटे के लिए निगरानी में रखा जायेगा। यदि टीकाकरण के बाद किसी व्यक्ति को कोई परेशानी होती है तो उसे तत्काल उपचार प्रदान किया जायेगा। इसके बाद व्यक्ति को सभी आवश्यक निर्देशों के साथ चिकित्सकों का मोबाइल नंबर दे कर घर भेज दिया जायेगा। यदि घर पर भी व्यक्ति को कोई परेशानी होती है तो व्यक्ति या परिवार के सदस्य चिकित्सकों से तुरंत संपर्क कर सकेंगे और व्यक्ति को तुरंत उपचार के लिए भेजने की व्यवस्था भी रहेगी।
चिन्हित हो रहे हैं वैक्सीनेटर
आगे के चरणों में सामुदायिक स्तर पर भी लोगों का टीकाकरण किया जायेगा। इसके लिए बहुत से प्रशिक्षित वैक्सीनेटर चाहिए होंगे। इसलिए अभी से स्वास्थ्यकर्मियों की जानकारी के साथ ही टीकाकरण के लिए प्रशिक्षित कर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है जो आवश्यकता पड़ने पर आगे के चरणों में टीकाकरण कर सकेंगे।
तैयारी लगभग पूरी-
डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि बेली हॉस्पिटल में बने सेंटर से जिले में सभी जगह वैक्सीन की आपूर्ति होगी। वैक्सीन रखने के लिए अभी तीन आई.एल.आर. (आईस लाइन रेफ्रीजरेटर) आ चुके है जिनकी क्षमता 225 लीटर की है। आगे के चरणों के लिए और भी आई.एल.आर. चरणवार आयेंगे। वैक्सीन की सुरक्षा से जुड़े सभी कदम उठाये जा रहे हैं और आगे भी इस पर जोर रहेगा।