डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विशेष कार्यक्रम

एनटी न्यूज़डेस्क/लखनऊ

डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है। मिशन शक्ति कमिटी द्वारा आयोजित दो दिवसीय आयोजन के अन्तर्गत आज २३/१/२१ विशेष वयाख्यान में मुख्य अतिथि व वक्ता रहीं लेखिका एवम् एक्टिविस्ट सुनीता अरों । उन्होंने छात्रों को “जैसा देश वैसा भेष” के महत्व को समझते हुए बालिका पोषण और सुरक्षा पर विशेष चर्चा की।

माताओं की सजगता और जागरूकता को बालिकाओं की मजबूत आधारशिला स्वरूप उनके द्वारा अपेक्षित योगदान को राष्ट्र निर्माण की कुंजी बताया। डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो सुबीर कुमार भटनागर ने लैंगिक विषमताओं एवम् महिलाओं और बालिकाओं के सम्मान और सुरक्षित वातावरण की कामना करते हुए उनसे जुड़े मुद्दों को गंभीरता से चर्चा, परिचर्चा का विषय बताया।

मिशन शक्ति कमिटी के अध्यक्ष प्रो संजय सिंह ने बालिकाओं और महिलाओं को अपने अधिकार और सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं को समझने और बलवती करने हेतु जागरूक रहने को कहा। कार्यक्रम आयोजक एवम् मिशन शक्ति समिति की सदस्य डॉ अलका सिंह ने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं को अपने अधिकारों की सम्यक समझ को सामाजिक इकाईयों में उलझे परिप्रेक्ष्य का विश्लेषण उनके आत्मनिर्भर बनने के प्रयास को गति प्रदान करता है।

डॉ अलका ने सूर्यदेव से उर्जित ज्ञान के प्रकाश को प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा बलिकाएं और महिलाएं ऊर्जा और ज्ञान का स्रोत हैं और उनके अपेक्षित योगदान से एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। वो Shakespeare की रचना का जिक्र कर हुए कहती हैं ,” टेक ईच मेन्स सेंसर, बट रिजर्व दाई जजमेंट” अर्थात सबकी सुनिए, समझिए और फिर अपना डिसीजन / फ़ैसला कीजिए। कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी की मिशन शक्ति कमिटी द्वारा किया गया। डॉ के ए पाण्डेय, ईशा यादव समेत अन्य शिक्षक, कर्मचारी, और छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

विश्वविद्यालय परिवार से डॉ अलका सिंह, डॉ ए पी सिंह, समेत १० छात्रों ने काव्य पाठ किया । सभी रचनाए बालिकाओं और महिलाओं से जुड़े अभियान महिला सशक्तिकरण एवम् मिशन शक्ति पर आधारित रहें। नीलम सक्सेना की रचना मै चांद बं जाऊं ने सबके दिल को छू लिया। डॉ अलका ने रजोधर्म संबंधित कविता ‘द रेड’ पढ़ी। कार्यक्रम का आयोजान मिशन शक्ति कमिटी द्वारा किया गया। स्वर्णा यति,श्रुति यादव, यश भटनागर, मोहित झा, अलैना फातिमा, उत्कर्ष राउत, आदित्य विसेन,अनुराग राय, नंदिनी श्रीवास्तव, मेहुल राज अनुष्का पोखरियाल, ने इन्भी पढें बालिकाओं और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर पढ़ी कविताएं।