भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस का ‘डबल म्यूटेंट’ वेरिएंट चिंताजनक साबित हो सकता है, क्योंकि यह काफी तेजी से फैल रहा है. भारत सरकार ने पहली बार इस नए वेरिएंट के बारे में पिछले महीने जानकारी दी थी और कहा था कि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि देश में बढ़ते मामलों के पीछे कोविड-19 का यह वेरिएंट जिम्मेदार है. इसके बाद इस डबल म्यूटेंट (वैज्ञानिक भाषा में B.1.617) के खतरे को लेकर पहली बार भारत सरकार के किसी उच्च अधिकारी ने यह टिप्पणी की है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विजय राघवन ने एक इंटरव्यू में कहा, “यह कहना उचित होगा कि डबल म्यूटेशन वाला वायरस का यह वेरिएंट चिंताजनक है क्योंकि यह काफी लोगों में पाया गया है. और सिर्फ काफी लोगों में पाया ही नहीं गया है बल्कि हम जानते हैं कि इस म्यूटेशन का हमारे शरीर पर भी प्रभाव पड़ा है.” उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक इसके प्रभाव को और अधिक समझने के लिए इसकी जांच लगातार कर रहे हैं.
जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए भारत में इस डबल म्यूटेंट वेरिएंट का पता चला था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि नए वेरिएंट में दो तरह के म्यूटेशन E484Q और L452R की पहचान की गई थी. इस तरह के म्यूटेशन से पता चलता है कि वायरस शरीर की इम्युनिटी सिस्टम से बचने में सफल रहता है और इसका प्रभाव भी पहले से अधिक है. 24 मार्च को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि महाराष्ट्र के 206 सैंपल में इस वेरिएंट की पुष्टि हुई थी. 7 अप्रैल तक देश में आधे से ज्यादा नए केस महाराष्ट्र में ही आ रहे थे, कई एक्सपर्ट ने इसकी वजह इसी डबल म्यूटेशन वाले वेरिएंट को बताया था.
विजय राघवन ने यह भी कहा कि इन वेरिएंट्स ऑफ कन्सर्न (VOC) से वैक्सीन अब भी हमारा बचाव कर सकती है. बुधवार को झारखंड के 9 सैंपल में कोरोना वायरस के यूके स्ट्रेन और 4 सैंपल में डबल म्यूटेंट वेरिएंट पाया गया था. वायरस के नए वेरिएंट की स्थिति को समझने के लिए इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) द्वारा लगातार जीनोम सीक्वेसिंग की जा रही है. INSACOG 10 भारतीय लैब का समूह है, जिसका जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पिछले साल 25 दिसंबर को केंद्र सरकार ने गठन किया था.
पहली बार 2 लाख के पार नए केस
देश में पहली बार एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,00,739 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही संक्रमण से 1,038 और लोगों की मौत हो गई है. नए मामले आने के बाद देश में कोविड-19 से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 1,40,74,564 और कुल मौतों की संख्या 1,73,123 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, नए मामले आने के बाद देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस की संख्या 14,71,877 हो गई है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,24,29,564 है. वहीं देश में अब तक 11,44,93,238 वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है.