कौशाम्बी: शरीर में अगर बुखार, खासी, साँस फूलना, सिरदर्द, बदन दर्द, दस्त, कमजोरी, जैसे लक्षणों का दिखना शुरू हो गया है तो आपको सचेत होने की जरूरत है | इसको लेकर बिल्कुल घबराएं नहीं बल्कि सही समय पर सही इलाज कराएं |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी.एन चतुर्वेदी का कहना है कि इस बार संक्रमण सीधे फेफड़ों तक पहुंच जा रहा है । लोगों को जब तक पता चले कि वह कोविड-19 पाजिटिव हो गए हैं तब तक काफी देर हो चुकी होती है। इस बार लंग्स को प्रभावित करने के बाद कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इस बार कुछ मरीजो में दो से तीन दिन में ही तबीयत बिगड़ जा रही है। कोरोना की चपेट में आते ही उन्हें सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बार एक और बात सामने आई है कि गंभीर मरीजो में आक्सीजन सैचुरेशन लेवल चिकित्सीय मानक 94 फीसद से बहुत जल्दी कम हो जा रहा हैं | उन्होंने बताया कि अगर शरीर में इन लक्षणों का दिखना शुरू हो गया है तो आपको सचेत होने की जरूरत है, चिकितासीय सलाह की आवश्यकता हैं, घबराएं नहीं बल्कि सही समय पर सही इलाज कराएं।
कोरोना के नए अथवा पुराने लक्षण खतरे के लक्षण
सिर में लगातार दर्द होना। यह नॉर्मल सिरदर्द ही है लेकिन यह लंबे समय तक होता रहता है।
दवा खाने के बाद भी ज्यादा आराम नहीं मिलना तो आपको सतर्क होने की जरूरत है |
कोरोना के नए स्ट्रेन का लक्षण आँख लाल होने के साथ-साथ कई लोगों में आंखों में सूजन भी हो सकती है |डॉक्टरों से संपर्क करें | पल्स आक्सीमीटर से नापने पर ऑक्सीजन का स्तर 94 % से कम आने पर
बुखार लगातार कई दिनों तक 101 डिग्री से अधिक का बुखार का रहना
बदन में दर्द होने के साथ-साथजोड़ों में दर्द होता है।
साँस फूलना , साँस लेने में तकलीफ होना
स्वाद एवं खुशबू का न पता चलना
दस्त / कमजोरी
शरीर पर चकत्ते
जिला सर्विलांस अधिकारी हिन्द प्रकाश मणि एवं सर्विलास अधिकारी यश अग्रवाल ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में घबराने की जरुरत नही हैं | बस सभी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन बड़ी कड़ाई के साथ करना है और कैसी भी परिस्थिति आये हम जीत लेंगे | उन्होंने कहा कि घर के बाहर निकलें तो मास्क को सही तरीके से जरुर लगायें | मुंह व नाक अवश्य ढककर रखें | भीड़ वाले जगह पर जाने से बचें, दो गज की दूरी का पालन करें | साबुन से 40 सेकेण्ड तक हाथ धोएं या फिर 20 सेकेण्ड तक सैनेटाईजर से हाथो को विसंक्रमित करें | उन्होंने लोगों से अपील की है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करें और लक्षण हैं तो उनके आने पर जाँच अवश्य कराएँ ताकि मानक अनुसार इलाज की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके ताकि आप और आपका परिवार इस महामारी से सुरक्षित रहे |