भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई

बाराबंकी। भगवान परशुराम ने अपने जीवन में न्याय को सर्वोपरि रखा, दानी स्वभाव , माता-पिता व गुरुजनों का सम्मान तथा धौर्य के साथ- साथ विवेकपूर्ण कार्यों को मुख्य रूप से प्रधानता दी।

यह बात भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रामबाबू द्विवेदी ने विधानसभा रामनगर के किसान प्रशिक्षण केंद्र ग्राम देवली में भगवान परशुराम जी की जयंती के पावन अवसर पर कहा। श्री द्विवेदी ने कहा कि वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन भगवान परशुराम जी की जयंती मनाई जाती है। परशुराम जी भगवान विष्णु के अवतार हैं। इनके जीवन से हमें अनेक प्रकार की अच्छी प्रेरणादायक जगत कल्याणकारी बातें सीखने को मिलती हैं।

माता पिता तथा गुरुजनों का हमेशा सम्मान किया है। जो व्यक्ति सम्मान करता है उसे कभी कोई परेशानी नहीं होती है। अश्वमेध यज्ञ करके पूरी दुनिया में विजय पताका लहराया। लेकिन जीतने के बाद सब कुछ दान कर दिया। दान करने वाले व्यक्ति के पास किसी प्रकार की कमी नहीं होती। भगवान परशुराम अतिशीघ्र क्रोधित हो जाते थे। फिर भी संयम व विवेक से कार्य किया।

वहीं डॉक्टर संजय तिवारी , दुर्गेश कुमार पांडेय , मोनू भास्कर व निरंकार त्रिवेदी ने भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित करके जयंती मनाई तथा विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा गया।

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