वृंदावन : निषाद समाज के मुद्दे हल नहीं हुए तो 2022 में भाजपा की जीत मुश्किल

एनटी न्यूज / वृंदावन / लाखन तोमर

निषाद समाज के मुद्दे हल नहीं हुए तो 2022 में भाजपा की जीत मुश्किल

मथुरा/वृंदावन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनैतिक दलों के साथ अन्य संगठनों की तैयारियां भी तेज होने लगी हैं। इसी श्रृंखला में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद शुक्रवार को धर्मनगरी वृंदावन में आए। जहां उन्होंने राष्ट्रीय सचिव महेंद्र निषाद के गौरानगर कालोनी स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं से तैयारियों को लेकर चर्चा की। वहीं कार्यकर्ताओं ने उनका माल्यार्पण व पटुका ओढ़ाकर स्वागत किया।

बाइट – डॉ. संजय कुमार निषाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष निषाद पार्टी

इस दौरान पत्रकारों से मुखातिब हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार निषाद ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा ने निषाद समाज को धोखा दिया तो उन्हें परिणाम भुगतना पड़ा। 2017 और 2018 में निषाद समाज की एकजुटता से भाजपा को भी हमारी शक्ति का अहसास हुआ। 2019 में निषाद समाज ने मोदी जी का साथ दिया और सपा बसपा एक होने के बावजूद भाजपा का बेहतर प्रदर्शन रहा। साथ ही कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि हम मंत्रालय देंगे तुम अपने समाज की सेवा करो लेकिन वादा पूरा नहीं किया।

अगर भाजपा ने भी निषाद समाज के मुद्दे निषादों के नाम दर्ज नदी घाट तल के समीप भूमि को लेकर बसपा काल में बने नए कानून को समाप्त किए जाने, निषाद पार्टी को उचित सम्मान, प्रदेश में निषाद पार्टी कार्यकर्ताओं के ऊपर दर्ज मुकदमे वापस, पिछड़ी में से नाम को निकालने और मझवार के नाम से सर्टिफिकेट बनवाने तथा निषाद आरक्षण आदि को पूरा नहीं किया तो 2022 में भाजपा को भी चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा। निषादों को दुख देकर भाजपा सुख नहीं पा सकती। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों से हुई वार्ता में उन्होंने आश्वासन दिया है कि उनकी मांग जल्द पूरी हो जाएंगी। साथ ही कहा कि हमारे पास इतना बड़ा वोट बैंक है इसलिए उम्मीद है कि भाजपा हमारे मुद्दे हल ना करने की गलती नहीं करेगी। डॉ संजय कुमार निषाद ने कोरोनाकाल में जनता को राहत पहुंचाने और अन्य विकास कार्यों के लिए सरकार की सराहना की। वहीं लोगों से वैक्सीन लगवाने का आह्वान किया। ग्रामीणों में वैक्सीनेशन के प्रति भय के सवाल पर कहा कि ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने के लिए समझाने की जिम्मेदारी वहां के डॉकटरों की है और सिस्टम बनाने की आवश्यकता है।

Advertisements