विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से जुड़े नोडल शिक्षकों का संवेदीकरण

कानपुर: जनपद में एक से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जायेगा । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नेपाल सिंह के निर्देशन में शुक्रवार को अभियान से जुड़े नोडल अध्यापकों का ऑनलाइन संवेदीकरण कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग एवं पाथ- सी.एच.आर.आई. के सहयोग से आयोजित किया गया ।


अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.पी. मिश्रा ने कहा कि संचारी रोगों एवं कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रमों में नोडल अध्यापकों की भूमिका अहम है । कोरोना सहित डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचाव तथा इन रोगों के लक्षणों के विषय में बच्चों एवं अभिभावकों तक जानकारी पहुंचाना अध्यापकों से अपेक्षित है । नोडल अध्यापकों के सहयोग से हम संचारी रोगों के उन्मुलन के लिए बेहतर कार्य कर सकेंगे।
जिला मलेरिया अधिकारी ए.के. सिंह ने कहा कि नोडल अध्यापक विद्यार्थियों को वेक्टर जनित बीमारियों जैसे मलेरिया, डेगु, चिकनगुनिया तथा फाइलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों के बार में जागरूक करेंगे। इसके साथ ही वह विद्यार्थियों को प्रेरित भी करेंगे कि वह अपने घर और आस- पास जल भराव और कूड़ा आदि जमा न होने दें और व्यक्तिगत स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दें ताकि मछर न पनपने पाएं।
पाथ- सी.एच.आर.आई. के आई.वी.एम को-ऑर्डिनेटर सीताराम चौधरी ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि घर के भीतर व आसपास पानी न जमा होने दें, बेकार पड़े हुए टायर, बोतल और खुले में रखे हुए बर्तन, गमले के नीचे रखी ट्रे, फ्रिज के नीचे लगी ट्रे में जमा होने वाले पानी में भी मच्छर पैदा हो सकते हैं, इसलिए इन्हें नियमित रूप से खाली करते रहना चाहिए। पशु-पक्षियों के पानी के बर्तन, कूलर और खुले जल के भण्डार आदि को नियमित रूप से खा ली करने के लिए हर रविवार मच्छरों पर वार की अवधारणा पर चर्चा हुई ।
वैक्टर जनित बीमारियों के उन्मूलन के लिए पाथ – सी.एच.आर.आई. संस्था के तकनीकी सहयोग से विभिन्न विभागों का संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशिक्षण में यूनिसेफ से फुजैल अहमद, डॉ. मानस शर्मा , पी.सी.आई. से सुनील गुप्ता, लक्ष्मीकांत पाण्डेय, भुपेन्द्र सिंह तथा गौतम पुरवार आदि शामिल रहे।