कानपुर नगर। बरसात के मौसम में संचारी रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों के सहयोग से ग्राम स्तर पर गतिविधियां की जानी हैं। अभियान में ग्राम विकास विभाग अन्तर्गत ग्राम प्रधानो व सचिवों को महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व दिए गए हैं ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नेपाल सिंह एवं जिला मलेरिया अधिकारी ए.के. सिंह के निर्देशन में स्वास्थ विभाग एवं पाथ – सी.एच.आर.आई. अभियान के लिए संवेदीकरण व प्रशिक्षण का कार्य कर रहा है। इसी क्रम में सोमवार को शिवराजपुर ब्लॉक में प्रधानो और सचिवों को संचारी रोगों की रोकथाम के लिए प्रशिक्षण दिया गया। खण्ड विकास अधिकारी सौरव बरनवाल ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की सफलता में ग्राम प्रधानो और सचिवों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा, आप गाँव में नोडल की भुमिका में है इसलिए आपका उत्तरदायित्व है कि सभी गतिविधियाँ सुचारू और गुणवत्तापूर्ण होI
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुज दीक्षित ने बताया कि संचारी रोगों की रोकथाम की जा सकती है। इसके लिए सम्पूर्ण गतिविधियां ज़िम्मेदारी के साथ पूर्ण करवाये। डॉ. चन्द्र ने फाइलेरिया अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि सभी प्रधान व सचिव ग्राम वासियों को एम.डी.ए. अभिमान में दवाईयां लेने के लिए प्रेरित करें। पाथ – सी.एच.आरआई के आई.वी.एम. कॉर्डिनेटर सीताराम चौधरी ने प्रतिभागियों को संचारी रोगों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोई भी बुखार मलेरिया , डेंगू, चिकन गुनिया या कोरोना हो सकता है, इसलिए बुखार आते ही नज़दीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर अपनी जाँच करवायें।
संचारी रोगो में प्रधान एवं सचिव की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि गाँव में नालियों की साफ – सफाई , जलभराव का समुचित निस्तारण , ग्राम वासियों के सहयोग से श्रम दान से झाड़ियों को कटवाना, लार्वा रोधी स्प्रे करवाना, फागिंग करवाना, तालाबों में गम्बूशिया मछली डालना, अपशिष्ट का निस्तारण, निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड के लक्षण वालेव्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराने में सहयोग करने पर बाल दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. चतेंद्र सिंह , बी.पी.एम. अमित श्रीवास्तव, बीसीपीएम कुसुम यादव, यूनिसेफ से योगेश, पीसीआई से शैलेन्द्र एवं अन्य खण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे ।