कानपुर। फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए आई.डी.ए. कार्यक्रम आज से आरंभ हो रहा है । यह कार्यक्रम अभियान के रूप में चलाया जायेगा जिसमे स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता घर-घर जा कर फाइलेरिया रोधी दवा खिलाएंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नैपाल सिंह ने आई.डी.ए. कार्यक्रम के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रचार वाहनों को रविवार को कार्यालय से रवाना किया। इस अवसर पर डॉ. नेपाल सिंह ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत 12 जुलाई से 26 जुलाई तक स्वास्थ्यकर्मी घर- घर जाकर फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए लक्षित लाभार्थियों को दवा खिलाएंगे। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया से मुक्ति के लिए आवश्यक है कि ज्यादा से ज्यादा लोग दवा का सेवन करें। इसके लिए कानपुर शहर क्षेत्र में मोबाईल वैन के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जा रहा है। यह वाहन पूरे शहर में तीन दिन लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे। यह वाहन मलिन बस्तियों, ट्रेनरी एवं औद्योगक क्षेत्रों, सभी मंदिरों व मस्जिदों के निकट, शहर के प्रमुख चौराहों से होते हुए सघन बस्तियो में जाकर लोगों को दवा सेवन करने के लिए प्रेरित करेंगे।
जिला मलेरिया अधिकारी ए.के.सिंह ने बताया कि फाइलेरिया शरीर को दुर्बल और कुरूप बनाने वाली बीमारी है जो दीर्घकालिक विकलांगता में विश्व का दूसरा प्रमुख कारण है। इस बीमारी के लक्षण दिखने में संक्रमित होने के बाद 5 से 15 वर्ष भी लग जाते हैं। इस बीमारी का कोई उपचार नहीं है इसलिए सबसे बेहतर है कि फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया जाये। यह दवा साल में एक बार खानी होती है जिससे फाइलेरिया से बचा जा सकता है। यह दवा लोगों को अभियान के अन्तर्गत मुफ्त खिलायी जाएगी। आई.डी.ए. कार्यक्रम के प्रचार के लिए तीन प्रचार वाहनों को लगाया गया है जिसके लिए पी.सी.आई. संस्था सहयोग कर रही है।
पी.सी.आई. संस्था के जिला समन्वयक सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि संस्था के प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंह, योगेन्द्र सिंह , सुमित कटियार प्रचार वाहन के माध्यम से लोगो को जागरूक करते हुए प्रचार सामग्री भी वितरित करेंगे ताकि आम जनमानस दवा सेवन का लाभ उठा सके। इस अवसर पर ए.सी.एम.ओ. डॉ. एस.के. सिंह, डॉ. आर.एन.सिंह, डॉ. ए.के.सिंह, डी.एम.ओ. ए.के. सिंह डी.पी.एम. अश्विनी गौतम, पाथ से डॉ. मानस व सीताराम चौधरी और एफ.एच.आई. से मनीष व अन्य उपस्थित रहें।