कानपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के आयुष्मान कार्ड विहीन लाभार्थी परिवारों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जायेगा । इसके अन्तर्गत 26 जुलाई से 9 अगस्त तक विशेष “आयुष्मान पखवाड़ा” चलाया जायेगा ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नैपाल सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों को लक्षित करते हुए पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है । इसमें लक्षित परिवारों को योजना के प्रति जागरूक करते हुए “आयुष्मान कार्ड कैंप” तक लाने एवं अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने का हर संभव प्रयास किया जायेगा । इस अभियान में ऐसे परिवारों को लक्षित किया जायेगा जिनमें एक भी आयुष्मान कार्ड उपलब्ध नहीं है । आयुष्मान कार्ड के लिए कोई भी शुल्क नहीं देना होगा । इसके लिए लाभार्थी जन केवा केन्द्र या नजदीकी सी.एच.सी. पर अपना कार्ड बनवा सकते हैं । अभियान में पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग और आई.सी.डी.एस. विभाग आदि का सहयोग भी लिया जायेगा । ऐसे सार्वजानिक स्थानों पर कैंप का आयोजन किया जायेगा जहाँ लोग आसानी से पहुँच सकेंगे ।
आयुष्मान भारत के डी.पी.सी. डॉ. सुधाकर ने बताया कि लक्षित परिवारों को प्रेरित कर कैंप में लाने और आयुष्मान कार्ड बनवाने पर आशा और आरोग्य \मित्रों को प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति परिवार कम से कम एक कार्ड बनवाने पर पांच रुपये और एक से अधिक कार्ड बनवाने पर 10 रुपये दिए जायेंगे । डॉ. सुधाकर ने बताया कि अब तक 230460 आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं । 88,205 परिवारों में कम से कम एक आयुष्मान कार्ड जारी किया जा चुका है । इसके साथ ही 31625 लोगों का उपचार इस योजना के अन्तर्गत किया जा चुका है जिस पर लगभग 39 करोड़ रुपये खर्च हुआ है । उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत अभियान अवधि मे “आयुष्मान आपके द्वार” के अन्तर्गत कार्ययोजना के अनुसार क्षेत्रों में जा-जा कर चिन्हित लाभार्थियों को जागरूक किया जायेगा और उनका कार्ड न बना होने पर कार्ड बनवाया जायेगा ।
डॉ. सुधाकर ने बताया कि 2011 की जनगणना के आधार पर चिन्हित परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनना है । विगत वर्षों में बहुत से लोगों ने जन सेवा केन्द्र पर जा कर आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन किया है, इनमें से बहुत से कार्ड तकनीकी कारणों से निरस्त हो गए हैं । यदि किसी लाभार्थी को कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है तो वह नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र या अनुबंधित चिकित्सालय जा कर या ग्राम प्रधान और आशा से संपर्क कर इसकी जानकारी दें और आवश्यकतानुसार पुनः आवेदन करें । बहुत से लाभार्थी अपने स्थान से किसी अन्य स्थान या जिले चले गए हैं, ऐसे लाभार्थी अपने वर्तमान स्थान पर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं । जिले में 20 सरकारी और 162 प्राइवेट मिलाकर182 स्वास्थ्य केन्द्र योजना से जुड़े हैं । जिन लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है वह अपने नजदीकी सी.एच.सी. पर जा कर या आशा व ग्राम प्रधान के माध्यम से कार्ड के लिए निवेदन कर कार्ड प्राप्त करना सुनिश्चित करें ।