कानपुर : मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन 25 सितम्बर शनिवार को हुआ। जिले के सभी 42 ग्रामीण व 50 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित स्वास्थ्य मेले में मरीजों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं। रविवार को आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले के का आयोजन इस बार 25 सितम्बर को हुआ । गरीब कल्याण दिवस के उपलक्ष्य में मेले का आयोजन शनिवार के दिन किया गया ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नैपाल सिंह ने बताया कि जिले के 50 शहरी तथा 42 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया गया है। इसके साथ ही सभी विकास खंडों में आयोजित गरीब कल्याण मेला में भी स्वास्थ्य योजनाओं के स्टाल लगाये गए । 160 चिकित्सक और 452 पैरामेडिकल कर्मचारियों को सेवा प्रदान करने के लिए लगाया गया । उन्होंने बताया कि गरीब कल्याण दिवस के उपलक्ष्य में यह बदलाव किया गया है । तीन अक्टूबर (रविवार) से आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन पूर्व की भांति ही रविवार को होगा ।
स्वास्थ्य मेला में 5367 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया और स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक जांच के साथ परामर्श सेवाएं प्रदान की गई । 44 मरीज़ों को पूर्ण उपचार के लिए उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों पर संदर्भित किया गया । गरीब कल्याण मेला में गरीबों के कल्याण के लिए राज्य सरकार की ओर से चलायी जा रहीं सभी योजनाओं की जानकारी जनता को दी गई । मेले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण , आयुष्मान कार्ड का वितरण, कोविड-19 टीकाकारण और एंटीजन टेस्ट भी किया गया । इसके साथ ही प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, मातृ वंदना योजना, परिवार नियोजन, आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के स्टाल लगाये गए और संक्रामक रोगों की जाँच और उपचार भी दिया गया । मेले में वृद्धावस्था और विधवा पेंशन के लिए आवेदन भी कराये गए । दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से सहायता कैप लगाये गए जिसमे दिव्यांगजन के लिए पेंशन का रजिस्ट्रेशन और कृत्रिम उपकरण भी वितरित किये गए।
आरोग्य स्वास्थ्य मेला में मिलीं सुविधाएं –
मेले में 191 चिकित्सक तथा 391 पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा सेवाएं प्रदान की गई। मेलों में कुल 5367 लाभार्थियों का पंजीकरण करते हुए स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक जाँच की गई और 44 मरीजों को रेफ़र किया गया ।
मेले में लीवर रोग के 97, श्वांस रोग के 316, गैस्ट्रो रोग के 447, डायबिटीज़ के 203 , चर्म रोग के 946, एनीमिया के 169, हाइपरटेंशन रोग के 118, कैंसर के एक मरीज़ की जाँच व परामर्श दिया गया ।इसक के साथ ही 292 गर्भवती महिलाओं की जाँच की गई । क्षय रोग के 12 मरीज़ खोजे गए और 249 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाये गए ।
बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जाँच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई।