एनटी न्यूज/ लखनऊ
यूपी टीईटी का पेपर लीक हो गया। पेपर शुरू होने से पहले ही मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हो गया। जिससे 21 लाख अभ्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया।
मामले की जांच के लिए एसटीएफ को लगाया गया है। अभी तक घटना से जुड़े हुए 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 13 प्रयागराज से है।
कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं
TET की परीक्षा रद्द होने का प्रमुख कारक हैं प्राइवेट डिग्री कालेजों को सेंटर बना देना। जिला विद्यालय निरीक्षक लोग पैसा लेकर सेंटर बना देते हैं, केवल अशासकीय विद्यालय को सेंटर बनाया जाय,और जहाँ पेपर की प्रिटिंग होती हैं, वहाँ भी कुछ ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था बनना चाहिए, क्योकि पेपर कल से ही मार्केट में आ गया था।
प्रशासन की नाकामी
परीक्षा से पहले शासन से पुलिस प्रशासन तक बड़ी बड़ी बैठके हुई, लगातार पेपर लीक की आशंकाओं को अफवाह का नाम दिया गया, अब जब लाखो अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पहुंच चुके तब पेपर लीक को मानते हुए शासन ने यूपीटीईटी परीक्षा को स्थगित किया, सभी केंद्रों पर अभ्यर्थी परेशान हैं।
दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई होगी : डॉ. सतीश द्विवेदी
यूपी के शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि टीईटी की परीक्षा के पेपर लीक होने की सूचना मिली है इसलिए दोनों पालियों की परीक्षा तत्काल प्रभाव से निरस्त की जा रही है। पुनः एक महीने के भीतर अभ्यर्थियों से बिना कोई शुल्क लिए परीक्षा कराई जाएगी।
एफ.आई.आर. कराने के निर्देश दिए गए है और यूपी एसटीएफ को जांच सौंपी जा रही है ताकि दोषियों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा सके।