- सीएम योगी ने एक करोड़ युवाओं को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट योजना की शुरूआत की
- अब हर कमिश्नरी पर बटेंगे फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट: सीएम योगी
- प्रदेश के हर जिले के युवाओं को लखनऊ में दिए गए फ्री 60 हजार स्मार्टफोन और टैबलेट, डिजिटल शक्ति से लैस हुआ यूपी का युवा
- सीएम योगी ने बिना नाम लिए विपक्ष पर किया हमला, बोले- वैक्सीन का विरोध करने वाले युवा नहीं, टायर्ड और रिटायर्ड
लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट योजना की शुरूआत की। युवाओं से खचाखच भरे स्टेडियम में हर जिले से आए 60 हजार युवाओं को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट की सौगात दी गई। इस दौरान सीएम योगी ने अब हर कमिश्नरी पर फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट देने की घोषणा की।
सीएम योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ईकाना स्टेडियम में आयोजित समारोह में डिजी शक्ति पोर्टल और डिजी शक्ति अध्ययन ऐप का भी शुभारंभ किया। ओलंपियन मीरा बाई चानू और उनके कोच विजय शर्मा को भी सम्मानित किया। सीएम योगी ने दर्जनों युवाओं का उदाहरण देकर युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया के अंदर जब भी भारत के युवाओं को अवसर मिला है, तो उन्होंने अपनी प्रतिभा का छाप वैश्विक मंच पर पूरी मजबूती के साथ रखा है। सीएम योगी ने एक कविता से अपनी संबोधन को समाप्त किया।
नए युग का सृजन युवकों तुम्हारे हाथ में है
समूचा जग युवा पीढ़ी तुम्हारे साथ में है
प्रबल फौलाद सच मानो तुम्हारे गात में है
नए युग का सृजन युवकों तुम्हारे हाथ में है
सफलता तो तुम्हारी बात में है, जज्बात में है
नए युग का सृजन युवकों तुम्हारे हाथ में है
12 बजे सोकर उठने वाले युवा नहीं, इनसे उम्मीद मत करना : सीएम योगी
सीएम योगी ने विपक्षी दलों के नेताओं का बिना नाम लिए उन पर बड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 12 बजे सोकर उठने वाले युवा नहीं हैं। प्रदेश की जनता को कोरोना महामारी में गुमराह करके वैक्सीन का विरोध करने वाले युवा नहीं हैं। यह सब टायर्ड हैं और रिटायर्ड हैं। इनसे उम्मीद मत करना, क्योंकि इन्होंने तो प्रदेश की जनता और प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था।
2017 के पहले बेरोजगारी दर करीब 18 फीसदी थी, आज साढ़े चार फीसदी है: सीएम
सीएम योगी ने कहा कि हमारा युवा 2017 के पहले कहीं जाता था, तो कुछ जिले ऐसे थे कि उनके नाम पर होटल में कमरे नहीं मिलते थे और बाकी युवा कहीं जाता था, तो यह मान लिया जाता था कि नकल करके आया होगा या सिफारिशी होगा, इसलिए उसे प्रतियोगी परीक्षाओं से बाहर कर दिया जाता था। 2017 के पहले बेरोजगारी दर करीब 18 फीसदी थी और आज साढ़े चार फीसदी है। यह दिखाता है हमारे प्रयास सही दिशा की ओर आगे बढ़ रहे हैं। हमें नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की ओर आगे कैसे बढ़ना है, यह प्रधानमंत्री की ईमानदार सोच को दमदारी के साथ प्रदेश के अंदर लागू करने का कार्य किया गया है।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अभ्युदय कोचिंग अब हर जिले स्तर पर: योगी
सीएम योगी ने कहा कि मुझे याद है जब लॉकडाउन शुरू हुआ था, सबसे पहली चुनौती हमारे सामने आई थी, जो बच्चे कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, उन बच्चों को कैसे उनके घर में सुरक्षित लाया जाए। राजस्थान सरकार सहयोग के लिए तैयार नहीं थी। मुझे उत्तर प्रदेश से बसें कोटा भेजनी पड़ी थीं। सभी 15 हजार बच्चों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने का कार्य किया गया था। तब हमने तय किया था कि अब हमारे प्रदेश के बच्चों को परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए प्रदेश के बाहर न जाना पड़े। इसके लिए हर कमिश्नर हेडक्वार्टर पर व्यवस्था होनी चाहिए। आज हमने अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था हर कमिश्नरी में की है, उसे अब हर जिले स्तर पर ले जा रहे हैं। ऐसे 10 हजार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को भी फ्री में स्मार्टफोन और टैबलेट से जोड़ा जा रहा है।
युवाओं के जीवन से खिलवाड़ करने वालों की जगह जेल होगी: सीएम
सीएम योगी ने कहा कि सरकार की नीयत साफ होती है, तो काम भी दमदार दिखता है। सोच ईमानदार, तो काम दमदार। यह काम दमदार का ही परिणाम है। 2017 के पहले नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद होता था। कुछ जगहों पर तो ऐसा होता था कि कोई नौकरी निकली और एक खानदान के लोग चाचा, भतीजा और मामा भी वसूली में निकल पड़ते थे। महाभारत का कोई रिश्ता नहीं था, जो वसूली में न निकलता हो, लेकिन 2017 के बाद हमने कहा कि युवाओं के जीवन से जो भी खिलवाड़ करेगा, उसकी जगह जेल होगी। प्रदेश में पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती की प्रक्रिया होगी और भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया।
पिछली सरकारों ने 10 वर्षों में दो लाख और साढ़े चार वर्षों में साढ़े चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी: सीएम
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में 10 वर्षों में दो लाख भर्ती नहीं हो पाई थी। हमने अभी पांच वर्ष भी नहीं हुए हैं। साढ़े चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की बेहतरीन स्थिति दी, तो परिणाम सामने आ गए। एक तरफ जो माफिया पहले गरीबों की संपत्ति को हड़पते थे और व्यापारियों की संपत्ति पर कब्जा करते थे। सत्ता उन्हें संरक्षित करती थी, उन माफिया के अवैध कमाई पर प्रदेश सरकार का जब बुलडोजर चलता हुआ दिखाई दिया, तो माफिया और अपराधियों के संरक्षणदाताओं के भी होश उड़ते हुए दिखाई दिए।
दो करोड़ से ज्यादा युवाओं को स्वत: रोजगार से जोड़ा: सीएम
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में निवेश बढ़ा है। एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) की नीति हमने लागू की और परिणाम था एक करोड़ 59 लाख नौजवानों को उन्हीं के गांव और उन्हीं के जिले में रोजगार भी उपलब्ध होता हुआ दिखाई दिया। यही नहीं, स्वत: रोजगार के साथ विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जोड़कर 60 लाख युवाओं को स्वत: रोजगार से जोड़ा है। लोग भौचक हैं।
एक सप्ताह में हर कमिश्नरी में बंटेंगे स्मार्टफोन और टैबलेट
सीएम योगी ने कहा कि यह केवल स्मार्टफोन और टैबलेट नहीं है। इसके साथ आपको फ्री में डिजिटल एक्सेस की सुविधा भी उपलब्ध कराने जा रहे हैं। फ्री में कंटेंट उपलब्ध होंगे। नई शिक्षा नीति के साथ जुड़कर हम भारत को दुनिया में एक महाशक्ति की ओर अग्रसर करने में कामयाब होंगे। अब हर कमिश्नरी में इस तरह के कार्यक्रम हो जाएं। डिजिटल क्रांति को गांव-गांव तक पहुंचाने, आनलाइन एजूकेशन से लेकर आनलाइन एक्जामिनेशन और प्रतियोगी परीक्षाओं को भी युवाओं को इसके साथ जोड़ेंगे।