केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने की डीजी शिपिंग के साथ बैठक, कैडेटों से भी कि भेंट!

मुंबई.केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने समुद्री प्रशिक्षण संस्थान/ मैरीटाइम ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एमटीआई), पवई का दौरा किया। यह तीन दशकों से अधिक समय से समुद्री क्षेत्र में बेंचमार्क के तौर पर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए समर्पित एक अग्रणी संस्थान है। इस दौरे में भारतीय समुद्री उद्योग के विकास के पूरक के रूप में कौशल विकास और शैक्षिक उत्कृष्टता के लिए एमओपीएसडब्ल्यू की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया। विदित हो कि केंद्रीय जहाजरानी मंत्री तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर थे. शुक्रवार कि देर शाम वह असम लौट गए.

इस यात्रा के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एससीआई), शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स लिमिटेड (एससीआईएलएएल), नौवहन महानिदेशालय, भारतीय शिपिंग रजिस्टर और उद्योग के अन्य हितधारकों के प्रमुख अधिकारियों के साथ बातचीत की। नौवहन निदेशालय मे महानिदेशक श्याम जगन्नाथन ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया. वहीँ केंद्रीय मंत्री ने एमटीआई, पवई की अत्याधुनिक सुविधाओं का दौरा किया और “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की भावना के अनुरूप संस्थान की ‘आयुष वाटिका’ में एक पौधा लगाया।

श्री सोनोवाल ने एमटीआई, पवई के युवा कैडेटों के साथ बातचीत की और पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया, जिसमें 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश और उसके दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में पहुंचने वाला पहला देश बनने की भारत की गौरवपूर्ण उपलब्धि पर प्रकाश डाला गया। पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पूरे देश में “चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा” थीम के साथ मनाया जा रहा है।

वरिष्ठ अधिकारियों और युवा कैडेटों को संबोधित करते हुए, श्री सोनोवाल ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, भारत अमृत काल विजन में परिकल्पित एक विकसित अंतर्राष्ट्रीय शक्ति बनने की राह पर है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ईमानदारी, समर्पण और कड़ी मेहनत के सिद्धांतों के साथ, देश को महाशक्ति में बदलना और आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करना भारतीय युवा शक्ति का कर्तव्य है।

उन्होंने आगे बताया कि भारत समुद्री व्यापार के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है, जिनमें जहाज निर्माण, जहाज मरम्मत, जहाज पुनर्चक्रण, एक्जिम (आयात-निर्यात) व्यापार, तटीय पोत परिवहन और अंतर्देशीय जलमार्ग शामिल हैं। अब, दुनिया समुद्री व्यापार में हमारे देश की कुशलता की ओर आकर्षित हो रही है और विश्व बैंक के लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक (एलपीआई) में भारत की बेहतर रैंकिंग इसका सबूत है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार शीर्ष 10 समुद्री देशों में शामिल होने के लक्ष्य पर काम कर रही है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय नाविकों की सुरक्षा, संरक्षा, कल्याण और विकास को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में कई कदम और पहल नौवहन महानिदेशालय के माध्यम से पहले ही शुरू की जा चुकी हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी को अच्छे स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती पर ध्यान केंद्रित करने और समय का सर्वोत्तम उपयोग करने तथा अत्यधिक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया, खासकर तब जब वे देश के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों में से एक में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हों। उन्होंने युवा लोगों से बातचीत की, वाणिज्यिक नौवहन में उनकी यात्रा और एमटीआई, पवई में प्रशिक्षण के अनुभव के बारे में सुना।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कैप्टन बिनेश कुमार त्यागी ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के विशेष अवसर पर एमटीआई, पवई के युवा कैडेटों को समय देने और प्रोत्साहित करने के लिए  केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि एससीआई अपने जहाजों और नौवहन विशेषज्ञता के माध्यम से भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण मिशनों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है।

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