एनटी न्यूज डेस्क / लखनऊ
यूपी की राजनीति रोज नए रंग में दिख रही है। समाजवादी पार्टी यूँ तो पिछले दो-तीन महीना पहले आत्मविश्वास से लबरेज दिख रही थी लेकिन ज्यों-ज्यों दिन बीत रहे हैं पार्टी का मनोबल गिरने लगा है।
शिवपाल यादव के बागी तेवर अपनाने के बाद पार्टी में भगदड़ मच गई है। अभी ये दिख नही रहा है लेकिन अंदरखाने बहुत सी चीजें घट रही हैं। पार्टी के जिन पदाधिकारियों ने नेताजी से दूरी बना रखी थी, वह अब लगातार नेता जी की मान-मनौवल में जुट गए हैं।
ध्यान रहें कि नेताजी पिछले लंबे समय से अज्ञातवाश और एकांतवाश दोनों झेल रहे हैं। शिवपाल यादव के साथ उन्हें भी पार्टी में पूछा नही जा रहा था। अब शिवपाल के बागी तेवर अपनाने के बाद समाजवादी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नेता जी को अपने खेमे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले 48 घंटे में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने लगातार नेताजी से मुलाकात की। बताते चलें कि नेता जी के करीबी रहे बाबू दर्शन सिंह का स्वर्गवास हो गया था और नेता जी को पार्टी कार्यालय में बाकायदा शोकसभा आयोजित कर बुलाया गया। इस दौरान भी नेता जी के अगल-बगल आया बदलाव स्पष्ट देखा जा सकता था।
बुजुर्गों की उपेक्षा और अपमान का इल्जाम झेल रही समाजवादी पार्टी अब आपदा प्रबंधन में जुट गई है।