एनटी न्यूज़ / मथुरा
वृदावन कोतवाली क्षेत्र में अवैध रूप से जानवरों का मीट बेचा जा रहा है. मादक पदार्थों की बिक्री भी धड़ल्ले से हो रही है. प्रदेश सरकार ने वृंदावन को तीर्थ स्थल घोषित कर इसकी पवित्रता को बनाये रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है, संत समाज ने भी सरकार के इस कदम की सराहना की लेकिन प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मानसिकता अभी भी जस की तस है. सरकार की घोषणा से अधिकारियों की मानसिकता में कोई परिवर्तन नहीं आया है.
आहत है संत समाज…
इससे आहत संत समाज ने पहले प्रशासन को अवगत करने और कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन छेड़ने का फैसला किया है. गुरुवार को वृंदावन के संत और भागवताचार्यों से जिलाधिकारी की गैर मौजूदगी में एडीएम प्रशासन आदित्य कुमार को ज्ञापन सौंप कर मांग की कि इस कृत्य पर रोक लगाई जाये. ज्ञापन देने के बाद संतों ने कहा कि योगी जैसे संत मुख्यमंत्री पद पर आसीन हैं, इस के बाद भी यह सब हो रहा है. ब्रज के सात स्थलों को तीर्थ स्थल घोषित कर दिया है, पूरे विश्व की यहां आस्था जुड़ी हुई है. श्रद्धालुओं के आस्था के केंद्र वृंदावन में यह सब नहीं होना चाहिए. धर्म रक्षा संघ की ओर से हम प्रशासन से अपील करते हैं, कि इस पर रोक लग सके, यह दुस्साहस दिख रहा है, इसका स्थाई समाधान हो. हम चाहते हैं लोगों की आस्था से खिलवाड़ न हो.
क्या कहते हैं एडीएम…
एडीएम प्रशासन आदित्य कुमार ने कहा कि मांस की बिक्री हो रही है. प्रतिबंधित मादक पदार्थ भी बिक रहे हैं, इस तरह की शिकायत की गई है, इस संबंध में सीएफओ कहा जा रहा है, लगातार छापेमारी करा कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. एक्साइज अधिकारी के माध्यम से नषीला पदार्थ बेच रहे लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही कराई जा रही है, दोनों अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है.
आंदोलन के लिए चेताया
कृषि नागेंद्र महाराज ने इस बात का विरोध करते हुए कहा कि वृंदावन में मांस का कारोबार हो रहा है, यह बेहद गलत हो रहा है, सरकार और न्यायालय के भी सख्त आदेश हैं, तीर्थ स्थल में मीट और शराब का जो निर्यात चल रहा है, यह बंद होना चाहिए, अन्यथा हम सभी भागवताचार्य और संत आंदोलन करेंगे.
मिला आश्वासन…
मादक पदार्थों की बिक्री हो रही है, पुलिस से शिकायत की लेकिन कोई स्थाई समाधान नहीं हो सका है. श्राद्धों का समय है, अत्यंत नाजुक समय चल रहा है. बारंबार इस तरह के पदार्थों की बिक्री सामने आती है उससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं और हमारी भावनाओं को भी ठेस पहुंचती है, जिलाधिकारी मौजूद नहीं हैं, उनकी अनुपस्थिति में एडीएम को इस बारे में ज्ञापन देकर अवगत कराया गया है. एडीएम ने आश्वासन दिया है कि कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी.
रिपोर्टः शिव प्रकाश शर्मा
संपादनः योगेश मिश्र
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