एनटी न्यूज डेस्क/ लखनऊ
यूपी और उत्तराखंड में जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। जहरीली शराब का सेवन करने से अब तक 35 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोगों की हालत गंभीर है। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सहारनपुर जिले में जहरीली शराब पीने से अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कुल 15 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौत से इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली।
बताया जा रहा है कि इन सभी लोगों की मौत शराब पीने की वजह से हुई है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और आसपास के लोगों से भी इस मामले की जानकारी जुटाई।
सहारनपुर में नागल क्षेत्र के गांव उमाही में शराब के सेवन से मरने वालों में 48 वर्षीय इमरान, 32 वर्षीय पिंटू, 32 वर्षीय कमरपाल और 30 वर्षीय अरविंद बताए जा रहे हैं। वहीं जहरीली शराब पीने से अन्य दस लोगों की हालत बेहद गंभीर है। इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि पिंटू नाम का युवक गुरुवार को बाहर से गांव में शराब लेकर आया था। इसके अलावा गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव शरबतपुर में भी जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 40 वर्षीय दीपचंद पुत्र कुबूल सिंह निवासी गांव माली को पौने ग्यारह बजे मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया।
नागल थानाक्षेत्र के गांव सलेमपुर में भी जहरीली शराब का कहर
गांव सलेमपुर में भी जहरीली शराब पीने से सत्यवान पुत्र बलवंत और संजय पुत्र यशपाल की मौत हो गई है, जबकि तीन लोगों की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि जहरीली शराब पीने से गांव माली, शरबतपुर, सलेमपुर और उमाही में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं, कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से चार और मौतें हो गईं। अब तक कुल नौ लोगों की मौत हो चुकी हैं, जबकि पांच गंभीर हैं। वैसे प्रशासन सात लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है, जबकि दो की मौत बीमारी से बताई जा रही है। उधर, इस मामले में जहां तरयासुजना के इंस्पेक्टर लाइनहाजिर कर दिए गए वहीं हल्का दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक समेत पांच सिपाही भी निलंबित किए गए हैं।
कुशीनगर में जहरीली शराब के सेवन से चार और मौतें, अब तक 9 ने तोड़ा दम
क्षेत्र के बेंदूपार खलवा टोला निवासी रामवृक्ष (26) और नौका टोला निवासी रामनाथ शाहर (45) की गुरुवार की सुबह कच्ची जहरीली शराब पीने से मौत हो गई, जबकि बुधवार की रात खैरटिया निवासी विजय (46) और ओम दीक्षित (28) ने शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया था।
इन दोनों की मौत के पीछे भी घर वालों ने जहरीली शराब का सेवन ही बताया है। दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुधवार को हुई तीन अन्य लोगों की मौत भी उनके घर वालों ने शराब पीने से बताई थी। तीनों का उनके घर वालों ने अंतिम संस्कार भी कर दिया था। इसी के चलते उनका पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
इसके अलावा ओम दीक्षित के छोटे भाई दिवाकर दीक्षित (25) को सिसवा नाहर में प्राइवेट चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया है। बेदूपार के खलवा टोला निवासी मीर हसन (45), छबीला (35) को पीएचसी तरयासुजना से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जबकि साहब (30) का इलाज किसी प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। उधर, बुधवार को जिस विकास को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, उसकी हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया।
एम डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार को रामवृक्ष और रामनाथ शाह की मौत भी शराब के सेवन से होने की बात सामने आई तो उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
विजय और ओम दीक्षित की मौत भी शराब से होना बताया गया है, लेकिन घर वालों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर हृदय नारायण पांडेय, प्रधान सिपाही प्रहलाद सिंह, राजेश कुमार तिवारी, सिपाही रवींद्र कुमार व ब्रह्मानंद श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है।
उधर, एसपी राजीव नारायन मिश्र ने बताया कि हीरा और डेबा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने से डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। घर वालों की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, जहरीली शराब बनाने और बेचने के आरोप में केस दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
अवैध कच्ची शराब के कारोबारियों पर कार्रवाई में लापरवाही बरतने के आरोप में तरयासुजान थाने के इंस्पेक्टर विनय पाठक को लाइन हाजिर और हल्का दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है, वही एसपी सहारनपुर का कहना है कि , 8 लोगों ली मौत हुई है, 8 गंभीर रूप से अस्पताल में एडमिट हैं।