समाज राष्ट्र और संस्कृति के सन्दर्भों की सशक्त अभिव्यक्ति : ” फ्रेश एक्सप्रेशंस : बाई लिंगुअल पोएट्री फेस्टिवल “

एनटी न्यूज़डेस्क/लखनऊ

गणतंत्र दिवस की 72वी वर्षगांठ 26 जनवरी 2021 को एला फाउंडेशन लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित ” फ्रेश एक्सप्रेशंस : बाई लिंगुअल पोएट्री फेस्टिवल ” में देश के विभिन्न भागों से जुड़े युवा कवियों ने जहाँ समाज संस्कृति एवं राष्ट्र की गरिमा की चर्चा की वहीँ देश की मिटटी में जन्मे महापुरुषों , सेनानियों को याद करते हुए समाज राष्ट्र और संस्कृति के सन्दर्भों और प्रसंगों पर सशक्त अभिव्यक्ति दी । मंच का सञ्चालन कर रहे युवा कवि और संयोजक भारत भूषण ने स्वतंत्रता के उत्कट भावों को व्यक्त करते हुए संस्कृति और राष्ट्र को नमन किया और विभिन्न कवियों के भावों को अंत तक अपनी टिप्पणियों एवं सन्दर्भों द्वारा एक सूत्र में पिरोये रखा।

कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ कुलवंत सिंह ने बताया की इस कार्यक्रम में 9 कवियों ने अपनी रचनाएँ पढ़ी। एक्सप्रेशंस इन लैंगुएजेज़ एंड आर्ट्स फाउंडेशन साहित्य कला और संस्कृति के क्षेत्र में नयी प्रतिभाओं एवं स्थापित विद्वानों को एक मंच प्रदान करता है। बलिया से जुड़े कवि अनुराग राय ने “गाँव ” नामक शीर्षक से अपनी कविता पढ़ी। अपने काव्य में देश समाज और राष्ट्र की चर्चा करते हुए उन्होंने मंगल पांडेय और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की चर्चा किया।

डॉ राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यलय में अंग्रेजी की शिक्षक डॉ अलका सिंह ने साहित्य और समाज की चर्चा करते हुए ऐसेआयोजनों की प्रासंगिकता पर चर्चा किया। पटना बिहार से स्वर्णा यति ने अपनी कविता “हिन्द” पढ़ी , जिसमे उन्होंने राष्ट्र और समाज का चित्रण किया । बरेली उत्तर प्रदेश से अलाइना फातिमा ने अपनी नज़्म “एक रोज़” के माध्यम से सामाजिक सरोकारों का चित्रण किया।

गोंडा उत्तर प्रदेश से आदित्य विसेन ने ” सब व्यर्थ विफल सा लगता है ” कविता के माध्यम से विभिन्न राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सन्दर्भों का जिक्र किया । जहाँ उत्कर्ष राऊत ने अपनी कविता ” मैं ही तो हिंदुस्तान हूँ ” पढ़ी वहीँ सीतामढ़ी बिहार से मोहित कुमार झा ने ” तिरंगा कुछ कहता है “द्वारा राष्ट्रीय भावों का रेखाँकन किया। उदयपुर राजस्थान से यश भटनागर ने अपने राष्ट्रीय गीत से देशभक्ति से सरोबार काव्य प्रवाह किया। प्रयागराज से जुडी श्रुति यादव ने अपनी अंग्रेजी कविता “सक्सेस ” की प्रस्तुति दी। पटना बिहार से वरिष्ठ कवि सुश्री संगीता सिंह ने अपनी कविता में स्वतंत्रता संग्राम में नारियों के योगदान की चर्चा किया।

एक्सप्रेशंस इन लैंगुएजेज़ एंड आर्ट्स फाउंडेशन लखनऊ के तकनीकी निदेशक डॉ वैदुर्य जैन ने बताया की समारोह में देश विदेश के लेखक , साहित्यकार एवं समीक्षक उपस्थित रहे। विशेष अतिथि के तौर पर ओडिशा से मानसी महाराना, इण्डोनेशिया से अलेक्सांद्रो मक्सिमिलियन ,यमन से अब्दुल अज़ीज़ , अफगानिस्तान के गुल अहमद , रूस की एलीना स्टोइकिना आदि भी उपस्थित रहे। वरिष्ठ पत्रकार अजय श्रीवास्तव कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे।

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