कोरोना का कहर शहर के बाद अब गांव में अपने पैर पसारने लगा हैं, कोरोना संक्रमण के तेजी से फैल रहे प्रकोप के मद्देनजर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिशें जारी हैं. हालात संभालने के जनपद के सीएमओ जरूरी दवाएं मुहैया कराने और संक्रमण की जांच कराने के लिए कई सेंटर खोले जाने की जानकारी साझा की है. नोएडा के सीएमओ डॉ दीपक अहोरी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर की जा रही हैं जिसके तहत दवाइयां एवं ऑक्सीजन उपलब्ध कराने तथा कोविड-19 की जांच के लिए कई केंद्र खोले गए हैं.
आपको बता दें कि सीएमओ ने शहर और गांव के लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें संक्रमण के लक्षण दिखाई दे रहे है तो वो तुरंत जांच कराएं और संक्रमित पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर दवाइयों की किट हासिल करें. सीएमओ ने आगें बताया कि घर में रहकर इलाज करा रहे लोगों के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयों की किट उनके घरों पर पहुंचानी शुरू कर दी है.
सीएमओ डॉ दीपक अहोरी के अनुसार बताया गया कि ऑक्सीजन सिलेंडर तथा रेमडेसिविर इंजेक्शन की दर तय कर दी गई है. अब यह दवा निजी अस्पतालों को 1800 रुपए में मिलेगी. इसके लिए डॉक्टरों के लिखने पर दवा को स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध कराएगा. उन्होंने बताया कि गौतम बुद्ध नगर में अभी पर्याप्त मात्रा मे इंजेक्शन उपलब्ध है.
आपको बा दें कि पंचायत चुनाव के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण तेजी से फैला है और कई लोगों की जान जा चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दनकौर, दादरी, जारचा, जेवर, बिलासपुर और रबूपुरा कस्बे में रोजाना दो से चार लोगों की मौत हो रही हैं. चुनाव ड्यूटी में लगे कई लोग कोविड-19 की चपेट में आए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग के दो प्रधान अध्यापकों की मौत हो गई. इनमें से एक ने पंचायत चुनाव के प्रशिक्षण में हिस्सा लिया था. संक्रमण के लक्षण दिखने के बाद उन्हें चुनाव ड्यूटी से दूर रखा गया था.