एनटी न्यूज / मथुरा / बादल शर्मा
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की आगरा मण्डलीय बैठक हुई सम्पन्न।*
सरकार द्वारा लगाए गए एस्मा को बताया गया मौलिक अधिकारों का हनन।*
■ उत्तर प्रदेश में शिक्षक कर्मचारियों पर तीसरी बार एस्मा लगाकर सरकार ने एक और नए तरह का इतिहास रचने का काम किया है। शिक्षक कर्मचारियों की माँगों को पूरा करने की बजाए उनकी आवाज लगातार डेढ़ साल से एस्मा लगाकर दबाने का काम सरकार द्वारा अनाधिकृत रूप से किया जा रहा है। शिक्षक कर्मचारियों की माँगों को पूर्ण कराना ही संगठन का प्रथम दायित्व है। इसलिए इन हालातों का पुरजोर विरोध प्रदेश के सभी संगठनों द्वारा एक साथ मिलकर किया जाएगा। यह विचार राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की आगरा मण्डलीय वर्चुअल बैठक में मुख्य अतिथि *कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचेतक श्री अजीत उपाध्याय जी* ने व्यक्त किए।
■ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक बार फिर से एस्मा कानून लागू करने पर तमाम शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनो के द्वारा प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर तक विरोध जताया जा रहा है। पंचायत चुनाव प्रक्रिया के दौरान 1600 से अधिक शिक्षक कर्मचारियों की मृत्यु के कारण पहले से ही पूरे प्रदेश के शिक्षक कर्मचारियों में भयंकर आक्रोश व्याप्त है। इसके उपरांत हड़ताल के किसी नोटिस के ना होने के बावजूद, एस्मा के आदेश ने आग में घी का काम कर दिया है। इसी के क्रम में आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की आगरा मण्डलीय बैठक मण्डल अध्यक्ष विकास चैहान द्वारा आहूत की गई।
■ बैठक में विशिष्ट अतिथि *राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष डी0एस0 दीक्षित* ने कहा कि लगातार 18 महीने से एस्मा का लगाया जाना एक अघोषित इमरजेन्सी के समान है। कोरोना काल में जान जोखिम मे डालकर चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराने वाले शिक्षक कर्मचारियों कि समस्याओं पर विचार करने की बजाए एस्मा लगाना एक दुर्भाग्यपूर्ण कदम है, जिसे कतई संवैधानिक नहीं कहा जा सकता।
■ *परिषद के आगरा मण्डल अध्यक्ष विकास चौहान* ने कहा कि किसी भी सरकार को शिक्षक कर्मचारियों से वार्ता करने के रास्ते हमेशा खुले रखने चाहिए और जायज मांगो को आवश्यक निर्देश देकर जल्द से जल्द पूर्ण करना चाहिए। 1600 से ऊपर शिक्षक कर्मचारियों की मृत्यु होने के इतने दिन बीत जाने पर भी उनके परिवारों को अनुग्रह राशि प्रदान करने जैसे संवेदनशील मुद्दे पर असमंजस की स्थिति पूरे कर्मचारी समाज में गलत संदेश प्रेषित करती है। यह आने वाले भविष्य के लिए एक गलत संदेश है। पूरे आगरा मण्डल के शिक्षक कर्मचारी एकजुट हैं और एस्मा के विरोध को लेकर संगठन के प्रांतीय निर्देशों का पूर्णतः पालन किया जाएगा।
■ जूम मीटिंग में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद आगरा के जिला मंत्रीे विशाल अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष संजीव यादव जनपद फिरोजाबाद के संयोजक प्रमोद कुमार शर्मा, सह-संयोजक प्रेम किशोर बघेल, ज़हीर अहमद, मुनीर अहमद, जनपद मैनपुरी के सह-संयोजक सुशील चैहान, पंकज कुमार शुक्ला, अशोक शाक्य, पवन मलिक, मानवेन्द्र सिंह और जनपद मथुरा से संयोजक हीरालाल निषाद, सह-संयोजक थान सिंह कुन्तल,
सतीश चन्द रावत* के साथ-साथ वाणिज्य कर संग्रह अमीन संघ के आगरा जिलाध्यक्ष अमित सिंह चैहान, यू0पी0 एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आॅफिसर्स एसोसिऐशन, जनपद आगरा के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र कश्यप आदि दर्जनों पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।