‘दासौ की रिपोर्ट’ के हवाले से कांग्रेस ने मैक्रों की मौजूदगी में छेड़ा ‘राफेल राग’

एनटी न्यूज़ डेस्क/ राफेल घोटाला

फ्रांसीसी कंपनी दासौ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने राफेल जेट खरीद सौदे में कथित घोटाले का मसला एक बार फिर उछाला है. एक अहम यात्र के तहत फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के भारत की धरती पर कदम पड़ने के चंद घंटे पहले कांग्रेस ने राफेल के लिए ज्यादा कीमत चुकाने का मुद्दा उठाकर राजग सरकार को घेरने का सियासी दांव चला है. पार्टी ने दावा किया है कि 36 राफेल जेट की खरीद के लिए सरकार ने 12632 करोड़ रुपये का ज्यादा भुगतान कर देश के खजाने को नुकसान पहुंचाया है. पार्टी ने दासौ कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट का दिया हवाला है.

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राफेल खरीद में घोटाले का दावा

फ्रांसीसी राष्ट्रपति के भारत पहुंचने से कुछ घंटे पहले राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद, पार्टी के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और पूर्व रक्षा राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद भवन में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करके राफेल खरीद में घोटाले का दावा किया.

आजाद ने कहा, राफेल जेट बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दासौ एविएशन की रिपोर्ट से साफ है कि भारत ने यह विमान मिस्न और कतर की तुलना में काफी महंगे दाम पर खरीदा है.

उन्होंने कहा कि कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कतर और मिस्न को 1319 करोड़ रुपये प्रति राफेल जेट के हिसाब से 24-24 विमान बेचने की बात कही गई है, जबकि केवल 11 महीने बाद भारत ने यही विमान 1670 करोड़ रुपये प्रति जेट के हिसाब से खरीदा.

सुरजेवाला ने दासौ की रिपोर्ट का दिया हवाला

रणदीप सुरजेवाला ने दासौ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि राजग सरकार भले ही राफेल खरीद का सच छिपा रही है मगर यह सच्चाई कंपनी ने खुद ही बता दी है कि भारत ने प्रति जेट 350.90 करोड़ रुपये ज्यादा कीमत चुकाई है. इस हिसाब से 36 विमानों के लिए भारत ने 12632 करोड़ रुपये ज्यादा भुगतान किया है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि इसी वजह से सारे नियमों को ताक पर रखकर कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति से पूर्व अनुमति लिए बिना प्रधानमंत्री ने एकतरफा संप्रग के समय हुए पारदर्शी राफेल सौदे को रद करके 126 की जगह केवल 36 विमान खरीदने का फैसला लिया.

कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि भारत-फ्रांस की सरकारों के बीच इसको लेकर समझौता इसीलिए हुआ था कि भारत से कम कीमत पर किसी भी देश को यह जेट नहीं बेचा जा सकता. ऐसे में दोनों देशों के बीच इस समझौते का भी औचित्य नहीं रह गया.

राफेल सौदे का ऑफसेट कांट्रेक्ट सरकारी कंपनी एचएएल के बजाय निजी कंपनी रिलायंस डिफेंस को देने को लेकर सरकार पर किए जा रहे अपने प्रहार को जारी रखते हुए सुरजेवाला ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर गुमराह करने का आरोप लगाया.

सुरजेवाला ने कहा कि कीमत से लेकर ऑफसेट कांट्रेक्ट तक सभी में गड़बड़झाला है और अगर ऐसा नहीं है तो फिर प्रधानमंत्री या रक्षा मंत्री राफेल की कीमत को उजागर क्यों नहीं कर रहे हैं.

भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को असत्य करार दिया

कांग्रेस की ओर से राफेल को लेकर लगाए गए आरोपों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भ्रम और असत्य की राजनीति करार दिया है.

भाजपा प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि राष्ट्रहित में किए गए सर्वश्रेष्ठ सौदे पर भी कांग्रेस अंगुली उठा रही है. कांग्रेस के वक्त में राफेल को लेकर कभी कोई सौदा ही नहीं हुआ, बल्कि लालच और लोभ में कांग्रेस राफेल को दबाकर बैठी रही.

उन्होंने कहा कि देश की सामरिक सुरक्षा और अखंडता ताक पर रखकर कांग्रेस बैठी रही. अब अच्छा सौदा हुआ है तो उस पर भी सवाल खड़े कर रही है. जिस तरह कांग्रेस के दूसरे मिथ्या प्रचार को जनता ने ठुकराया है वैसे ही इसे भी खारिज कर देगी.

भारत पहुंचे मैक्रों, एयरपोर्ट पर मोदी ने किया स्वागत

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शुक्रवार रात भारत पहुंच गए. नई दिल्ली में एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनकी अगवानी की.

मैक्रों के साथ उनकी पत्नी ब्रिगिट मैरी-क्लाउड मैक्रों और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों का दल भी आया है. इस दौरे में दोनों देश सहयोग बढ़ाने के समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.

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