एनटी न्यूज डेस्क/ लन्दन
दुनिया को ब्रह्माण्ड का रहस्य बताने वाले महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का निधन हो गया . वह 76 साल के थे . 21 साल की उम्र में स्टीफन को मोटर न्यूरॉन नाम का रोग हो गया था.
जिसके बाद डॉक्टर ने कहा था कि वह अब इस दुनिया में 2 साल से ज्यादा जीवित नहीं रह सकते लेकिन ये कुदरत का कमाल ही था कि खतरनाक रोग के बाद भी वह 76 साल तक जिए .
स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को आक्सफोर्ड में हुआ था .ब्रिटिश मूल के वैज्ञानिक हॉकिंग को ब्लैक होल और रिलेटिविटी के सिद्धांत देने के लिए जाना जाता है . उन्होंने ‘ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम’ जैसी कई लोकप्रिय किताबें लिखी हैं .
हमारे प्यारे पिता का निधन हो गया
बीबीसी के मुताबिक़ स्टीफन हॉकिंग के बच्चे लूसी, रॉबर्ट और टिम ने कहा कि आज हमारे प्यारे पिता का निधन हो गया है। वह एक महान वैज्ञानिक और असाधारण व्यक्ति थे जिनका काम और विरासत कई वर्षों तक जीवित रहेगी .
वर्ष 2100 के बाद मानव जीवन पर है संकट
स्टीफन हॉकिंग ने मानव जीवन को लेकर कई भविष्यवाणियाँ की थी, जो धीरे-धीरे सच साबित हो रही हैं . स्टीफन ने कहा था कि वर्ष 2100 के ख़त्म होते-होते धरती पर मानव जीवन के अस्तित्व को लेकर बड़ा ख़तरा उत्पन्न हो जाएगा, क्योंकि धरती का तापमान तेजी से बढ़ रहा है .
उनका कहना था कि इस सम्बन्ध में हमें अभी से विकल्प तलाशने चाहिए और दूसरे ग्रहों पर मानव कॉलोनियां बनाने के काम में जुट जाना चाहिए. स्टीफन पिछले कुछ सालों से एलियंस के साथ संपर्क साधने के एक प्रोजेक्ट पर काम में जुटे हुए थे .
वैकल्पिक रास्ते तलाशने की देते थे सलाह
स्टीफन हॉकिंग कहते थे कि भविष्य में मौसम की तब्दीलियों के साथ नाभिकीय युद्ध या उल्का पिंडों की बौछार भी पृथ्वी के जीवन पर प्रतिकूल असर डाल सकती है. ऐसे में मानवीय जिंदगी को बरकरार रखने के लिए वैकल्पिक रास्तों की ओर बढना होगा .
एलियंस के संपर्क में थे
स्टीफन हॉकिंग पिछले कुछ सालों से एलियंस के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे, जिससे धरती का संपर्क आकाशगंगा या सौरमंडल के अन्य ग्रहों पर रहने वालों से हो सके. हालाकि इस सम्बन्ध में स्टीफन का विरोध भी हुआ . लोगों का ये तर्क था कि एलियंस को हम धरती पर बुलाकर खुद अपने लिए आफत को निमंत्रण देने जैसा होगा .