एनटी न्यूज़ डेस्क / मुरादाबाद / शारिक सिद्दीकी
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि प्रेमी युगल अगर बालिग है तो वह शादी कर सकते है. और इसमें बाधा डालना गैर कानूनी है, अपराध है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को इन्हें सुरक्षा देने की बात भी कही. सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश पूरा किया यूपी पुलिस ने, जब एक प्रेमी जोड़ा पहुंचा थाने…
परिजनों का डर…
अपने परिजनों के ख़ौफ़ से थाने पहुंचे प्रेमी- प्रेमिका ने सपने में भी नही सोचा होगा कि पुलिस उनके साथ ऐसा कुछ कर जाएगी, जिसके बाद उन्हें परिजनों से डरने की जरूरत होगी. परिवार ने प्रेमी-प्रेमिका के मिलने पर पाबंदी लगाई तो दोनों पुलिस से सुरक्षा की गुहार लेकर थाने पहुंच गए. जहाँ पुलिस ने प्रेमी जोड़े की शादी करवा कर उन्हें हमेशा के लिए एक-दूजे का बना दिया.
सुप्रीम कोर्ट का आदेश…
‘आन’ के नाम पर कोई भी नहीं रोक सकता दो बालिगों की शादी : सुप्रीम कोर्ट
लोग हुए हैरान…
मुरादाबाद जनपद के मैनाठेर थाना क्षेत्र में आज दोपहर आस-पास के लोग हैरान रह गए. दरअसल थाने के सामने मंदिर में एक प्रेमी जोड़े ने एक दूसरे के साथ फेरे लिए ओर हमेशा के लिए एक दूसरे का साथ देने की कसमें खाई. पुलिस की मौजूदगी में थाना परिसर के पास बने मंदिर में प्रेमी जोड़े की शादी को देखने बड़ी संख्या में लोग भी जुटे.
घर वाले भी राजी…
प्रेमी- प्रेमिका के घर वाले भी इस शादी के गवाह बने और दोनों परिवारों ने नवविवाहित दम्पति को आशीर्वाद भी दिया. थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों से भी नवविवाहित दम्पति ने आशीर्वाद लिया. बाराती बने पुलिस कर्मियों का रूप देखकर लोगो को भी आसानी से विश्वास नही हो रहा था.
यह है प्रेम कहानी…
मैनाठेर थाना क्षेत्र के सिरसी कस्बे में रहने वाले जीत सिंह को अपने पड़ोस गांव महमूदपुर माफी में रहने वाली करिश्मा नाम की युवती प्रेम था. दोनों के बीच दोस्ती फोन के जरिये हुई थी. इसके बाद दोनों ने एक दूसरे को पसंद कर लिया.
परिजनों को जब इस सम्बंध की जानकारी हुई तो उन्होंने दोनों के मिलने और फोन पर बातचीत करने पर रोक लगा दी. काफी दिनों से एक- दूसरे से मिलने को बेकरार प्रेमी जोड़ा घर से भाग गया और मैनाठेर थाने पहुंचकर पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाने लगा. प्रेमी जोड़ा बालिग था लिहाजा पुलिस ने दोनों के परिजनों को थाने बुला लिया. थाने में दोनों पक्षों की बीच पुलिस की मौजूदगी में बातचीत हुई.
पहले हुई आनाकानी फिर…
दोनों परिवार पहले तो आनाकानी करते रहे लेकिन जब प्रेमी जोड़े ने जिद की तो दोनों ने बच्चों की खुशी के लिए शादी तय कर दी. पुलिस थाने के बगल में स्थित मंदिर में ले जाकर दोनों परिवारों की मौजूदगी में जीत सिंह ने करिश्मा को जयमाला पहनाई ओर उसकी मांग में सिंदूर भरा.
दोनों का विवाह होने के बाद पुलिस कर्मियों ने भी नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया. शादी के बाद करिश्मा अपने पति जीत सिंह के साथ ससुराल को रवाना हो गयी. थाने में मौजूद एसएसआई सहदेव सिंह के मुताबिक प्रेमी-प्रेमिका बालिग थे और दोनों ने एक दूसरे से शादी करने की इच्छा जताई.इसके बाद शादी करवा दी गई.
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